सफाई कर्मचारी अरविंद ढीमर ने पुलिस को बताया कि वह आसपास के क्षेत्र की सफाई कर कचरा कंटेनर में डालने गया था। नवजात का सिर का हिस्सा दिखाई देने पर सुपरवाइजर पुष्पकांत वर्मा को सूचना दी। शव देखने के बाद सुपरवाइजर ने सिटी कोतवाली में शिकायत की। इसके बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने कंटेनर से शव को निकालकर मॉरच्यूरी पहुंचाया।
थैले में भरकर फेंका था शव
पुलिस का अनुमान है कि नवजात एक दिन का था। नवजात कन्या के शव को फेकने वालों ने काटन से लपेट कर झोला में भर दिया था। नवजात अस्पताल में जन्मा है या फिर घर में इसका खुलासा पुलिस भी नही कर पाई। जिस झोले में शव मिला है वह नया है। पुलिस का अनुमान है कि नवजात को मृत हालत में फेंका गया है।
पुलिस का अनुमान है कि नवजात एक दिन का था। नवजात कन्या के शव को फेकने वालों ने काटन से लपेट कर झोला में भर दिया था। नवजात अस्पताल में जन्मा है या फिर घर में इसका खुलासा पुलिस भी नही कर पाई। जिस झोले में शव मिला है वह नया है। पुलिस का अनुमान है कि नवजात को मृत हालत में फेंका गया है।
वास्तव में मौत कंटेनर में हुई है या पहले हुई है इसका खुलासा पोस्टमार्ट रिपोर्टसे होगा। पोस्टमार्ट रिपोर्ट के बाद ही पुलिस इस मामले में एफआईआर दर्ज करेगी। सिटी कोतवाली टीआई सिद्धार्थ बघेल ने बताया कि कंटेनर में नवजात मिलने की सूचना मिली थी। जांच में खुलासा हुआ कि शव कन्या का है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। शव होने की सूचना नगर पालिक निगम के सफाई दरोगा से मिली।
आखिर कब तक मारी जाती रहेंगी बेकसूर बेटियां
१. एक सप्ताह पहले पोटिया क्षेत्र में महिला का गर्भपात होने पर 108 के इएमटी ने यह कहते हुए नवजात को सूने घर में छोड़ दिया कि उसके शरीर में किसी तरह की हरकत नहीं हो रही है। जबिक मितानीन का कहना था कि नवजात के शरीर में हरकत होते देखा था।
१. एक सप्ताह पहले पोटिया क्षेत्र में महिला का गर्भपात होने पर 108 के इएमटी ने यह कहते हुए नवजात को सूने घर में छोड़ दिया कि उसके शरीर में किसी तरह की हरकत नहीं हो रही है। जबिक मितानीन का कहना था कि नवजात के शरीर में हरकत होते देखा था।
२. दो माह पहले जिला अस्पताल परिसर में तीन दिन के नवजात कन्या को कूड़े के ढेर में छोड़ दिया था। दोनों ही मामले को पुलिस अभी सुलझा भी नहीं पाई है। अब फिर एक बेकसूर मासूम बेटी का शव कूड़े के कंटेनर में मिला।