उपद्रव को देखते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग के कार्यक्रम अधिकारी अशोक पाण्डेय ने ५ अपचारियों को अन्य जिले के संप्रेक्षणगृह में स्थानांतरित करने संचानालय से अनुमति मांगी थी। कहीं से इसकी भनक अपचारियों को लग गई। इस पर अपचारियों ने फिर उपद्रव शुरू कर दिया। पुलिस की मदद से जैसे ही एक अपचारी को अंबिकापुर के संप्रेक्षण गृह में ले जाने वाहन में बैठाया अन्य अपचारियों ने अंदर से संप्रेक्षणगृह में ताला लगा दिया।
ताला खुलवाने के लिए विभाग के अधिकारी देर रात तक मशक्कत करते रहे। अपचारी ताला खोलने तैयार ही नहीं हुए। सुबह विशेष गृह में लगे खिड़की का ग्रिल टूटने से अपचारियों के भाग जाने का खुलासा हुआ। अधिकारियों का कहना है कि अन्यत्र बाल गृह में रखने की सूचना मिलने के कारण ही अपचारी भागे हैं।
संप्रेक्षण गृह की व्यवस्था चरमरा गई है। हत्या जैसी गंभीर घटना भी हो चुकी है। नए-नए प्रयोग करने के बाद भी संप्रेक्षणगृह की व्यवस्था में सुधार नहीं हो रहा है।
इधर क्राइम ब्रांच पुलिस ने बाल संप्रेक्षण गृह से मंगलवार की रात भागे एक अपचारी को उसके घर से गिरफ्तार किया है। देर रात शुरू हुई पूछताछ में अपचारी ने बताया कि वह संप्रेक्षणगृह से भागने के बाद मछली मार्केट निवासी भवानी सिंह के निवास से कुछ पैसा और ५ मोबाइल फोन की चोरी की। इसके बाद अटल आवास निवासी अन्नूदेवी के यहां से चांदी व सोने का मंगलसूत्र चुराया।
आधीरात घर का दरवाजा खटखटाकर वृद्ध से मारपीट की
अपचारी को बालाजी नगर नेपाली बस्ती निवासी वृद्ध मन्नूलाल (75 वर्ष) को गाली गलौच, जान से मारने की धमकी देने और मारपीट करने के मामले में गिरफ्तार किया किया गया। पुलिस के मुताबिक संप्रेक्षणगृह से भागने के बाद रात ११.३० बजे वृद्ध के घर का दरवाजा खटखटाने लगा। जैसे ही दरवाजा खोला वृद्ध से गाली गलौच करते हुए मारपीट करने लगा। वृद्ध की नातिन ने बीचबचाव कर खुर्सीपार पुलिस को सूचना दी।