scriptगृह मंत्री अपने बंगले में कानून व्यवस्था की कर रहे थे समीक्षा, इधर लुटेरों ने बंदूक की नोक पर बैंक के कैशियर से 15 लाख लूटा | Bank cashier in Durg robbed of Rs 15 lakh, accused absconding | Patrika News

गृह मंत्री अपने बंगले में कानून व्यवस्था की कर रहे थे समीक्षा, इधर लुटेरों ने बंदूक की नोक पर बैंक के कैशियर से 15 लाख लूटा

locationदुर्गPublished: Oct 14, 2021 02:05:19 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

घटना की जानकारी मिलते ही दुर्ग कोतवाली टीआई भूषण एक्का और मोहन नगर टीआई जितेन्द्र वर्मा मौके पर पहुंचे। मामले की तहकीकात की तो घटना सही मिली।

गृह मंत्री अपने बंगले में कानून व्यवस्था की कर रहे थे समीक्षा, इधर लुटेरों ने बंदूक की नोक पर बैंक के कैशियर से 15 लाख लूटा

गृह मंत्री अपने बंगले में कानून व्यवस्था की कर रहे थे समीक्षा, इधर लुटेरों ने बंदूक की नोक पर बैंक के कैशियर से 15 लाख लूटा

भिलाई. गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू (CG Home Minister Tamradhwaj sahu ) बुधवार को जिस समय जिले के अधिकारियों की बैठक ले रहे थे, उसी दौरान दुर्ग शहर के व्यस्ततम इलाके में बाइक सवार तीन लुटेरे लूट की वारदात को अंजाम देकर भाग गए। लुटेरों ने बंदूक की नोक पर बैंक के क्लर्क कम कैशियर से स्कूटर समेत 15 लाख रुपए लूट लिए। घटना के 10 घंटे बाद भी आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला है।हांलाकि पुलिस ने तत्काल टीम गठित कर आस-पास में लगे सीसीटीवी कैमरे के फुटेज को खंगाला है। एक जगह तीनों को कैंमरे ने कैद कर लिया है। तीनों नकाबपोश लुटेरे कैमरे में नजर आ रहे हैं।
मोहन नगर टीआई जितेन्द्र वर्मा ने बताया कि घटना बुधवार को सुबह 10.13 बजे पोलसायपारा लक्ष्मीनारायण मंदिर के पास की है। कसारीडीह ब्रांच इंडियन बैंक का हेड क्लर्क राहुल चौहान ने सुबह 10.03 बजे संतराबाड़ी उजाला भवन के पास स्थिति इंडियन बैंक के मुख्य ब्रांच से 15 लाख रुपए निकला। पैसे से भरा बैग स्कूटी की डिक्की में रखा और कसारीडीह के लिए निकल गया। पोलसायपार में मंदिर के पास पहुंचा था, उसी बीच पीछे से एक काले रंग की बाइक पर सवार तीन नकाबपोश पहुंचे। फिल्मी स्टाइल में उसकी गाड़ी के सामने अपनी बाइक को अड़ा दिया और उसे पसली के पास पिस्टलनुमा हथियार सटा दिया। गाली देते हुए उसे स्कूटर से नीचे उतारा। दूसरा नकाबपोश क्लर्क के स्कूटर पर बैठकर निकल लिया। उसके पीछे बाइक सवार भी भाग गए।
बैंक के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हुई लुटेरों की तस्वीर
घटना की जानकारी मिलते ही दुर्ग कोतवाली टीआई भूषण एक्का और मोहन नगर टीआई जितेन्द्र वर्मा मौके पर पहुंचे। मामले की तहकीकात की तो घटना सही मिली। इसके बाद आरोपियों की तलाश में जुट गए। रास्ते के 12 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। बैंक के आस पास तीन सीसीटीवी कैमरे में नकाबपोश कैद हुए हैं। आरोपी घटना को अंजाम देकर ग्रीन चौक से स्टेशन की तरफ भागे हैं।
दो थाना टीआई के क्षेत्र की यह घटना
पुलिस के मुताबिक पोलसायपारा दुर्ग कोतवाली थाना में आता है। जहां पर नकाबपोशों ने क्लर्क के साथ लूट की घटना को अंजाम दिया। जबकि मोहन नगर थाना क्षेत्र में इंडियन बैंक स्थित है। जहां से कल्र्क ने रुपए निकला था। इस वजह से पहले पुलिस थाना सीमाओं में भी उलझी। अंतत: मामले में जांच शुरू हुई। मोहन नगर पुलिस ने मामले में धारा 394, 34 के तहत प्रकरण दर्ज किया है।
यूपी और बिहार से हो सकते है आरोपी
पुलिस के मुताबिक लूट की वारदात को अंजाम देने वाला गिरोह बाहरी है। उत्तर प्रदेश और बिहार के आरोपी हो सकते है, जो इस तरह की घटना को अंजाम देते है। इनका लोकल कनेक्शन बहुत तगड़ा होता है। उसी के आधार पर घटना को अंजाम देकर दूसरे शहर में निकल जाते है। अक्सर गिरोह के लोग त्योहारी सीजन में अपनी सक्रियता को बढ़ाते हैं। छोटे बैंकों को निशाना बनाकर लूट की वारदात को अंजाम देते है। पुलिस का कहना है कि यदि इस गिरोह को जल्द नहीं पकड़ा गया तो यह दूसरे शहरों में भी लूट की घटना को अंजाम दे सकते हंै।
बैंक प्रबंधन की बड़ी लापरवाही
बिना सुरक्षा के एक जहग से दूसरी जगह कैश ले जाना बैक नियमों के खिलाफ और गैर कानूनी कृत्य है। इससे ऐसा करने से साफ जाहिर होता है कि बैंक द्वारा कैश की सुरक्षा को लेकर घोर लापरवाही बरती जा रही है। इस लूट में बैंक से जुड़े किसी की भूमिका तो नहीं है इस बिंदू पर भी पुलिस जांच कर रही है।
बैंक अधिकारियों ने पुलिस को बताया रोज 10-15 लाख ऐसे ही ले जाते हैं
इंडियन बैंक की छोटी शाखाओं का कलेक्शन हर दिन शाम को दुर्ग की मुख्य ब्रांच में जमा किया जता है। दूसरे दिन सुबह वही कैश बैंक कर्मचारियों द्वारा अपने-अपने ब्रांच ले जाया जाता है। कसारीडीह ब्रांच के हेड कलर्क राहुल चौहान भी इसी तरह अपने ब्रांच का पैसा लेने हर दिन मुख्य ब्रांच जाता था। इतनी मात्रा में कैश ले जाने के लिए वह स्कूटी के डिक्की का उपयोग करता था। बैंक अधिकारियों ने पुलिस को बताया कि 10-15 लाख रुपए कैश तो ऐसे ही ले जाते हैं। इसके पहले कभी ऐसी घटनी नहीं हुई है। पुलिस ने राहुल समेत बैंक अधिकारियों को बुलाया तो उनके चेहरे पर इस घटना को लेकर उनके चेहरे पर जरा भी शिकन नहीं था। बैंक अधिकारियों को तहां तक कहते सुना गया कि आरोपी नहीं मिले तो उन्हें इश्योरेंश से क्लेम की रकम मिल जाएगी।
अपराधियों ने अपना एरिया बदल लिया है
मोहन नगर क्षेत्र को छोड़ कर कई आरोपी दूसरे इलाके में किराए पर रह रहे गौरतलब है कि मोहन नगर और दुर्ग कोतवाली क्षेत्र के कई अपराधी अपना क्षेत्र छोड़ दिए है। दूसरे क्षेत्रों में किराए के मकान लेकर रहने लगे है। ऐसा संभव हो सकता है कि बाहर से लुटेरों को बुलाकर वारदात को अंजाम दे सकते है। इस दिशा में पुलिस जांच कर रही है।
जबाव देने से बचकर निकले बैंक अधिकारी
जब बैक के अधिकारियों से लूट के संबंध में पूछताछ की गई तो उन्होंने कोई भी जवाब देने से मना कर दिया। इंडियन बैंक के वरिष्ठ महा प्रबंधक मोजेस प्रदीप सिंह का मीडिया से यह कहना था कि इस मामले में उच्च अधिकारियों से सवाल जवाब करिए। वह कुछ भी नहीं बोल सकते।
अपराधियों को हौसले बुलंद
दुर्ग पुलिस लगातार बेस्ट पुलिसिंग की बात कर रही है। जबकि अपराधी चुनौती दे रहे है। बंदूक की नोक पर दिनदहाड़े लूट की वारदात पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और मुस्तैदी पर सवालिया निशान खड़ा करता है। लूटेरों के बाइक नम्बर 0724 है। लूट के शिकार क्लर्क के स्कूटर का नंबर सीजी-07,एएस-1145 है जिसे लूटेरे लेकर फरार हुए हैं।
पुलिस ने आठ टीम बनाई
संजय ध्रुव, एएसपी शहर ने बताया कि आरोपियों की तलाश की जा रही है। इसके लिए आठ टीम बनाई गई है। सीसीटीवी कैमरे, मोबाइल लोकेशन, जेल से छूटने वाले अपराधियों की मौजूदगी, गाडिय़ों की डिटेल समेत अन्य टॉस्क पर टीम जांच कर रही है। आरोपी जल्द पकड़ लिए जाएंगे।
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