BSP में इस साल 7000 मिलेगा बोनस, न्यूनतम वेतमान पर सस्पेंस
दुर्गPublished: Jul 17, 2017 12:03:00 pm
एचएससीएल के करीब 7 हजार ठेका श्रमिक बीएसपी में काम करते हैं। बीएसपी व एचएससीएल इस मामले को सुलझा ही नहीं पा रहे हैं।
भिलाई. प्रदेश सरकार ने अप्रैल 2017 में न्यूनतम वेतन की घोषणा कर दी है पर अब तक भिलाई इस्पात संयंत्र में काम करने वाले एचएससीएल के ठेका श्रमिकों को पुराने दर पर ही वेतन का भुगतान किया जा रहा है। एचएससीएल के करीब 7 हजार ठेका श्रमिक बीएसपी में काम करते हैं। बीएसपी व एचएससीएल इस मामले को सुलझा ही नहीं पा रहे हैं। बीएसपी में काम करने वाले एचएससीएल के ठेका श्रमिकों को इस वर्ष बोनस 7000 रुपए दिया जाएगा।
इस विषय पर एचएससीएल प्रबंधन व यूनियन के मध्य सहमति बन गई है। इसी तरह पिछले वर्ष के बोनस पर भी जल्द फैसला लिया जाएगा। इस मामले में बीडब्लूयू व एचएससीएल प्रबंधन के मध्य शनिवार को बैठक हुई। श्रम उपायुक्त के न्यायालय में बीडब्लूयू ने प्रकरण दाखिल किया है। जिसकी सुनवाई 20 जुलाई को है। इस बैठक में प्रबंधन और यूनियन आपसी सहमति से श्रम उपयुक्त की उपस्थिति में अनुबंध करने पर भी चर्चा की गई।
प्रमोशन में हो रही देरी
यूनियन ने भिलाई स्टील प्लांट के वित्त विभाग में कर्मियों के प्रमोशन में हो रही देरी पर आपत्ति दर्ज करवाई। यहां फरवरी 2017 को कनिष्ठ सहायक से वरिष्ठ सहायक पद के लिए लिखित परीक्षा ली गई थी। अप्रैल 2017 में इंटरव्यू भी लिया गया, पर आज तक इसका रिजल्ट नहीं निकाला गया। बीएसपी कर्मचारी परिणाम आने का इंतजार कर रहे हैं। उधर अफसरों के प्रमोशन के लिए इंटरव्यू 20 जून 2017 को हुआ।
परिणाम 30 जून को आ गया। कर्मचारियों का कहना है कि प्रबंधन उनके साथ भेदभाव कर रहा है। इस तरह की पॉलिसी के कारण ही वित्त विभाग में कर्मचारी जिस पद पर भर्ती होते हैं उसी पद पर ही सेवानिवृत्त हो जाते हैं। यूनियन नेताओं ने इस विषय पर जीएम बीके नाइक, डीजीएम बीएल अग्रवाल से मुलाकात की। उन्होंने जल्द कर्मियों के प्रमोशन की बात कही। प्रतिनिधि मंडल में यूनियन के अध्यक्ष उज्जवल दत्ता, शिव बहादुर सिंह, दिलेश्वर राव, लक्ष्मीकांत मौजूद थे। एचएससीएल के ईडी ए लहरी व जीएम वीके शाह मौजूद थे।
दिया जाए न्यूनतम वेतन
एचएससीएल के अधिकारियों के सामने यूनियन ने बढ़े हुए न्यूनतम वेतन के विषय को प्रमुखता से उठाया। प्रबंधन ने कहा कि ठेकेदार से बढ़े हुए न्यूनतम वेतन का भुगतान करने के लिए कहा जाएगा। ठेकेदार अगर जानते हुए, किसी तरह से गलती करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।