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भ्रष्टाचार की हद , 3.47 करोड़ की सीमेंट सड़क बनते ही उखड़ी, गड़बड़ी छिपाने बिछा दी डामर की परत

locationदुर्गPublished: Jan 16, 2019 11:16:28 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

नगर निगम में भ्रष्टाचार की हद हो गई है। घटिया निर्माण की शिकायत पहले भी होती रही है मगर अब की बार तो निर्माण के दौरान ही सीमेंट कांक्रीट की नई सड़क की परतें उखडऩे लगी है।

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भ्रष्टाचार की हद , 3.47 करोड़ की सीमेंट सड़क बनते ही उखड़ी, गड़बड़ी छिपाने बिछा दी डामर की परत

भिलाई. नगर निगम में भ्रष्टाचार की हद हो गई है। घटिया निर्माण की शिकायत पहले भी होती रही है मगर अब की बार तो निर्माण के दौरान ही सीमेंट कांक्रीट की नई सड़क की परतें उखडऩे लगी है। लोगों ने जब शिकायत की तो ठेकेदार ने गड़बड़ी छिपाने रातोंरात पूरी सड़क पर डामर के घोल की परत बिछा दी।
काम जारी
निगम प्रशासन ने वार्ड-2 स्मृति नगर में 4 करोड़ 19 लाख 16 हजार रुपए के सीमेंट कांक्रीट की सड़क और नाली बनाने के लिए अप्रैल 2018 में टेंडर बुलाया था। 2 मई 2018 को टेंडर खोला गया जिसमें मेसर्स अग्रवाल कंस्टक्शन की दर एसओआर से 17.10 प्रतिशत कम आने पर मंजूर किया गया। इस तरह 3 करोड़ 47 लाख 48 हजार रुपए में यह ठेका दिया गया। कॉलोनी के कुछ हिस्सों में सड़क बन गई है और कुछ हिस्से में अभी काम जारी है।
गुणवत्ता पर नजर ही नहीं रखी
निगम प्रशासन ने दावा किया था कि यह शहर की सबसे अच्छी और मजबूत सड़क होगी। कागजों में निर्माण का तकनीकी मापदंड उच्चतम क्वालिटी का रखा गया, लेकिन ठेकेदार से काम वैसा नहीं कराया गया। इंजीनियरों ने काम की गुणवत्ता पर नजर नहीं रखी।
एम-30 की कांक्रीट यानी 375 किग्रा पर क्यूबिक मीटर सीमेंट, मिक्स डिजाइन से निर्माण, बैच मिक्स प्लांट में मटेरियल तैयार कर ट्रंाजिट मिक्सर से साइट पर लाने, कांक्रीट को पेवर से बिछाने, डॉवेल बॉर, टाई रॉड क्यूरिंग कंपाउंड एडमिक्सर जैसे प्रावधान एनआइटी में रखे गए थे जिसे पीडब्ल्यूडी में स्टैंडर्ड माना जाता है। इसके कारण सड़क की लागत लगभग ६५ लाख बढ़ गई। यही काम मैनुअली कराया जाता तो लागत कम रहती है। जानकारों का कहना है कि निगम क्षेत्र में मैनुअली बनाई गई सीमेंट सड़क भी कभी इतनी जल्दी नहीं उखड़ी है।
ये हैं जिम्मेदार
कार्यपालन यंत्री संजय बागड़े
क्योंकि- उप यंत्री और सहायक यंत्री द्वारा दी गई रिपोर्ट का परीक्षण कर समय-समय पर स्वयं मौके पर जाकर निर्माण कार्यों का सुरपरविजन करना था।
अब कह रहे हैं – सड़क अभी बन रही है। कंाक्रीट के ऊपर डामर की परत बिछाने की मुझे जानकारी नहीं है। ऐसा होना तो नहीं चाहिए। मैं पता करवाता हंूू। इसके बाद ही कुछ बता पाऊंगा।
सहायक यंत्री सुनील दुबे
क्योंकि-एनआइटी के मुताबिक काम करवाने की जिम्मेदारी सहायक यंत्री की होती है। उपयंत्री के साथ-साथ सहायक यंत्री को काम के दौरान नियमित निगरानी रखनी थी।
अब कह रहे हैं – कोर कटिंग जांच के लिए गया हुआ है। एम-30 का स्टैंं्रथ आएगा तभी बिल का भुगतान होगा वरना उखाड़वाकर सड़क दोबरा बनवाएंगे। कंकड़ को सील करने डामर की परत बिछा सकते हैंै।
जानिए किसने क्या कहा
प्रोपाइटर मेसर्स अग्रवाल कंस्ट्रक्शन सुदीप अग्रवाल ने बताया कि नई सड़क में सैंड लेयर की डस्ट उड़ रही थी। लोगों को चैन नहीं था इसलिए डामर का घोल चढ़ाना पड़ा। अधीक्षण अभियंता नगर निगम भिलाई आरके साहू ने बताया कि डामर से ज्वाइंट भरते हैं, पूरी सड़क पर परत थोड़ी बिछाते हैं? गड़बड़ी हुई होगी, जांच कराएंगे।

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