दुर्ग

नीली बत्ती में घूमता था BSF का फर्जी अफसर, सलाम ठोकती थी CG पुलिस, हुआ कुछ ऐसा कि चुनाव में खुल गई पोल

गांजा तस्करी में तीन साल जेल काटी, धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं, तब भी लोगों पर रौब झाडऩे के लिए बीएसएफ का अफसर बनकर घूमता था।

दुर्गNov 18, 2018 / 10:51 am

Dakshi Sahu

नीली बत्ती में घूमता था BSF का फर्जी अफसर, सलाम ठोकती थी CG पुलिस, हुआ कुछ ऐसा कि चुनाव में खुल गई पोल

भिलाई. गांजा तस्करी में तीन साल जेल काटी, धोखाधड़ी के कई मामले दर्ज हैं, तब भी लोगों पर रौब झाडऩे के लिए बीएसएफ का अफसर बनकर घूमता था। सालभर से नीली बत्ती की गाड़ी में घूमते शख्स को पुलिस भी सलाम ठोकती थी, लेकिन चुनाव के दौरान चैकिंग में उसकी पोल खुल गई।
शनिवार को कोसानाला टोल प्लाजा पर आरपीएफ और सुपेला पुलिस की संयुक्त टीम ने नीली बत्ती की कार को रोककर चैकिंग की। पूछताछ में वर्दी पहने सुनिल कुमार सोनवानी इंद्रानगर सुपेला ने खुद को बीएसएफ अधिकारी बताया।
पदस्थापना व अफसरों की पूछने पर वह हड़बड़ा गया
पदस्थापना और अफसरों की पूछने पर वह हड़बड़ा गया। पुलिस को शक हुआ तो उसे हिरासत में ले लिया। सख्ती से पूछताछ में उसने सेना का नकली अफसर बनकर घूमने का सच बयां कर दिया। गिरफ्तार धारा ४१९, १७०, १७१ के तहत अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया है।
वर्दी पहनकर रौब ही नहीं झाड़ता था, ठगता भी था
सीएसपी शर्मा ने बताया कि सुनिल वर्दी पहन कर लोगों को पुलिस में नौकरी लगाने का झांसा देता था। उसके खिलाफ ठगी के दो मामले सामने आए हैं। इनकी जांच की जा रही है। इसके अलावा पुलगांव थाना में उसके खिलाफ अमानत में खयानत का मामला दर्ज है।
मादक पदार्थ की तस्करी में तीन साल काटी जेल
2010 में थाना परपा जगदलपुर में उसे एसआइ एनुराम देवांगन ने आठ क्विंटल गांजा के साथ पकड़ा था। जब कोसा नाला में उसे पकड़ा गया तो सुनिल ने उन्हें पहचान भी लिया। देवांगन ने पूछताछ की जब उसने खुलासा किया। थाना अंजोरा में उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज है। चैकिंग में जब वाहन को रोका तो उसे सुनिल खुद चला रहा था।
दो की जगह लगा था एक स्टार
वाहन में नीली बत्ती होने पर उसके बारे में पूछता तो उसने अपना परिचय बीएसएफ के उप निरीक्षक अभिषेक मिश्रा के तौर पर दिया। उसके पैर में ***** की जगह सामान्य जूता था। शक गहराने पर पुलिस ने वर्दी पर नजर दौड़ाई तो उसपर सीजी पुलिस लिखा था जबकि वह बीएसएफ अफसर बता रहा था। नेमप्लेट दाएं की जगह बाएं तरफ लगी थी। वह उपनिरीक्षक बता रहा था और उसके फीते पर दो की जगह एक स्टार था।
बेल्ट चौकीदार का
बेल्ट चौकीदार का पहन रखा था। सीएसपी श्याम सुंदर शर्मा के निर्देश पर सुपेला थाना के एसआइ एनुराम देवांगन, एएसआइ नंदकुमार दुबे, आरक्षक मनीष कुमार अग्रिहोत्री, विवेक पोद्दार की टीम सुनिल के सेक्टर-६ में सड़क ३३ के क्वॉटर ८ में तलाशी लेने पहुंचे। घर से बालोद अपर कलक्टर की सील, जिला कार्यलय की सील बरामद की।
पुलिस ने सैल्यूट कर पंचनामा में उसे गवाह बनाया था
पुलिस ने बताया कि मार्च 2018 में सेक्टर 6 में उसके पड़ोसी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। इस मामले की जांच करने पहुंचे एएसआइ के सामने सुनिल बीएसएफ अफसर की वर्दी में आया। एएसआइ ने उसे सैल्यूट किया और मर्ग पंचनामा में बीएसएफ सब इंस्पेक्टर सुनिल कुमार सोनवानी गवाह के तौर पर लिखा भी है।
अपर कलेक्टर की सी और चेक जब्त किया
एएसपी शहर विजय पांडेय ने बताया कि नकली पुलिस पकड़ाया है। उसके पास से अपर कलक्टर की सील और एक चेक जब्त किया गया है। वह पुलिस की नौकरी लगाने के नाम पर लोगों ठगी की शिकायत भी मिली है। आरोपी के खिलाफ जुर्म दर्ज कर अन्य मामले की पूछताछ की जा रही है।

Home / Durg / नीली बत्ती में घूमता था BSF का फर्जी अफसर, सलाम ठोकती थी CG पुलिस, हुआ कुछ ऐसा कि चुनाव में खुल गई पोल

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.