भिलाईनगर टीआई सुरेश ध्रुव ने बताया कि 21 जनवरी को औरव राज ने शिकायत की। उसने बताया कि वह बिहार गया से आकर यहां पीजी में रहकर पढ़ाई कर रहे थे। छोटे भाई नवनीत को 11 वीं नायर समाज स्कूल सेक्टर-8 में प्रवेश कराया था। उसका दोस्त स्कूल के गेट तक छोड़ गया। लेकिन शाम तक घर नहीं लौटा। मोबाइल बंद मिला। उसकी शिकायत पर अपहरण का अपराध दर्जकर मामले को विवेचना में लिया। टीम को बिहार, नागपुर, झारखंड भेजा, लेकिन नवनीत कहीं नहीं मिला। फिर उसका सुराग मुंबई में मिला। जहां से उसे पकड़ा गया।
ऐसे पुलिस नवनीत तक पहुंची
टीआई सुरेश ध्रुव ने बताया कि नवनीत ने एक दिन अपने मुंबई के सिक्योरिटी में काम करने वाले दोस्त आशुतोष के मोबाइल से गया में रहने वाले दोस्त को फोन किया। इसकी जानकारी मिली। लेकिन उस नंबर पर जब भी फोन करते वह नहीं उठाता था। तब पुलिस लड़की बनकर उसके मोबाइल पर चैटिंग करने लगी। आशुतोष चैङ्क्षटग करते-करते खुलने लगा। तब चैटिंग के जरिए उसने बताया कि नवनीत उसी के पास है। फिर तत्काल टीम को मुंबई भेजा। मुंबई की बीटी थाना की मदद लेकर विशाल सेक्युरिटी एजेंसी से नवनीत को पकड़ा गया।
11 वीं की पढ़ाई करने वाला नवनीत क्यों भगा, जानिए उसी की जुबानी
नवनीत ने पत्रिका को बताया कि पढ़ाई का प्रेशर बहुत था। घर वालों ने साइंस सब्जेक्ट दिला दिया था। मंैने कहा था कि साइंस मैं नहीं पढ़ पाउंगा। 11वीं की परीक्षा सर पर आ गई थी। इसलिए कुछ समझा नहीं आ रहा था। 5 हजार रुपए पास में था। बिना किसी को बताए मुंबई भाग गया। सात दिन तक वहां घुमा फिरा। पैसे खत्म हो गए।
खाने के लिए पैसे नहीं बचे। तब एक रिलाइंस कंपनी में सिक्योरिटी गार्ड के पास गया। उससे मिन्नते की। फिर उसी ने खाना खिलाया। दूसरी एजेंसी विकास सिक्योरिटी में बात किया। वहां 9 हजार रुपए में काम शुरू किया। खाना मिलता था। 31 जनवरी से ड्यूटी जाने लगा। भाई मम्मी और पापा की बहुत याद आ रही थी। कुछ संभलता तब फोन कर बताने का सोचा था। गलती हो गई पैंरेट्स से माफी मांगता हूं।