एक शोध के बाद पता चला है कि पहली बार हार्ट फेलियर का संबंध फिजी ड्रिंक से से है। साथ ही डाईबिटील और स्ट्रोक्स का भी खतरा बढ़ जाता है। दिन में एक फिजी ड्रिंक भी आपके हार्ट फेलियर का कारण बन सकती है।
इससे पहले एक शोध में एक्सपर्टस ने पाया था कि जो मिठास इन ड्रिंक्स में पाई जाती है, वो दो तरीके की डाईबिडीज, दिल की बीमारी और स्ट्रोक्स पैदा कर सकती है।
और अब एक महत्वपूर्ण शोध में पहली बार हार्ट फेलियर होने के कारणों का सच सामने आया है। वैज्ञानिकों ने यह परिक्षण 42,000 लोगो पर किया। जिनमें उन्होने औसत 12 साल तक 45 साल से लेकर 79 साल तक को देखा। हार्ट फेलियर के करीब 3,604 केस पाए गए है, जिनमें 509 लोगो की खराब हालत के कारण मौत हो गई।
इन नतीजों का उनके शोध पर कुछ असर पड़ता है या नही, ये देखने के लिए वैज्ञानिकों ने उन सभी को अपने अकांउट में लिया और पाया कि एक दिन में 2 या उससे ज्यादा 200 एमएल फिजी ड्रिंक या कोई भी मिठा की गई ड्रिंक जो एक कैन के बराबर है, पीने से हार्ट फेलियर के खतरे को 23% बढ़ा देती है।
शोध में आगे बताया गया है शुरुआती 5 साल के हार्ट फेलियर के मरीजों को इसमें नही गिना गया। लेकिन उन सब के बावजूद भी उनका यह बात सही ही निकल रही थी। हार्ट फेलियर्स का असर 900,000 ब्रिटेनवासियों पर पड़ता है।
हार्ट फेलियर का कारण दिल के सही तरह से काम करना है, जिसमें दिल पूरे शरीर तक खून पहुंचाने का काम सही गति में नही कर पाता।
स्टौकहौल्म स्थित कारोलिस्का के वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि, क्योकि यह शोध अवलोकन करके की गई है और इस बात से इंकार नही किया जा सकता कि फिजी ड्रिंक हार्ट फेलियर का कारण बन सकती है।
हार्ट जरनल में वैज्ञानिकों ने इस बात पर जोर दिया कि यह शोध केवल बड़े बुजुर्गो पर लागू होती है। यह जरुरी नही कि यह नतीजे बच्चों, औरतों पर भी लागू हो। लेकिन उन्होने यह लिखा है कि “हमारे शोध केे नतीजों में पाया गया है कि यह मीठा स्वाद देने वाले पदार्थ हार्ट फेलियर कर सकती है।”
एक स्पैनिश प्रौफेसर मिगुल मार्टिन मार्टिनेज गोंजालेज और मिगुल रुज कनैला ने कहा जो लोग ज्यादा मीठे तरल पदार्थो का सेवन करते है उनकी डाईट भी कम हो जाती है, जो बीमारी का कारण बनती है। I
उन्होने यह भी लिखा कि “ जाने माने बेवरेजेस से भी मोटापा और दो तरीके की डाईबिटीज होने का खतरा होता है, जिससे हार्ट फेलियर का रिस्क और भी बढ़ जाता है। यह नतीजे पूरी तरह से सच को दिखा रहे है।
लंदन सेंट जॉर्ज अस्पताल एनएचएस ट्रस्ट की प्रिंसीपल डाईटिशियन कैथरीन कोलीन ने कहा कि “यूके में हार्ट फेलियर के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है।
“ हमें पता है कि कमजोर ब्लड कॉलेस्ट्रोल, ब्लड शुगर को गिरता स्तर, हाई ब्लड प्रैशर और फेफड़ों की सबसे ज्यादा दिक्कत ज्यादा एलकोहोल लेने से होती हैं, और मोटापा हार्ट फेलियर का सबसे बड़ा कारण है।
” तो अगर आप अपनी खानपान में बदलाव कर सकते है तो कर लीजिए ताकि हार्ट फेलियर के खतरे को कम किया जा सके। यह सबसे अच्छी बात होगी।