एक तेज रफ्तार कार बुधवार को शाम करीब 5 बजे बायपास पर चौहान टाउन के सामने दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार में सवार एक युवक और युवती ने भी दम तोड़ दिया।
भिलाई. राजनांदगांव से भिलाई की ओर आ रही एक तेज रफ्तार कार बुधवार को शाम करीब 5 बजे बायपास पर चौहान टाउन के सामने दुर्घटनाग्रस्त हो गई। कार की रफ्तार इतनी अधिक थी कि 10-12 बार पलटते हुए लगभग सौ मीटर दूर चौहान टाउन की बाउंड्रीवाल से जा टकराई। 10 फीट से भी अधिक लंबी दीवार ढह गई और भीतर बैठे गार्ड की दबकर मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई। वहीं कार में सवार युवती ने भी दम तोड़ दिया। दो युवक और एक युवती गंभीर रूप से घायल हैं। तीनों को निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है।
पांचों राजनांदगांव के कार में तीन लड़के वासु चौधरी, आयुष खंडेलवाल, श्रेणी जैन और दो लड़की श्रेया खंडेलवाल व इदम कौर सवार थे। पांचों राजनांदगांव के हैं। सभी कार में नए साल की खुशी मनाने निकले थे। वे रायपुर जा रहे थे। घायलों को बाहर निकालने वाले प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक युवकों ने शराब पी रखी थी। उनकी गाड़ी की रफ्तार भी बहुत अधिक थी।
मलमे में दबकर मंगलू की मौत सामने जा रही एक कार को ओवरटेक किया और फिर चौहान टाउन के सामने गाड़ी अचानक अनियंत्रित हो गई। कई बार पलटते हुए गार्ड रूम की दीवार से जा टकराई। दीवार का करीब 12 फीट हिस्सा ढह गया। भीतर गार्ड इंदिरा नगर (करहीडीह ) निवासी मंगलू राम ड्यूटी मेंं था। अचानक धमाके के साथ दीवार ढही और मलमे में दबकर मंगलू की मौत हो गई।
युवती की मौके पर मौत तीनों युवकों में से कार कौन चला रहा था यह पता नहीं चल पाया है, लेकिन श्रेया खंडलेवाल ड्राइवर के बगल की सीट में बैठी थी। हादसे में श्रेया के सिर पर गंभीर चोट लगी और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। बाकी चारों गंभीर रूप से घायल हो गए। कार के परखच्चे उड़ गए थे। चारों भीतर इस कदर फंस गए थे कि उन्हें बाहर निकालने में लोगों को पौन घंटे मशक्कत करना पड़ी।
तीन एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंचीलोगों की सूचना पर तीन एंबुलेंस तुरंत मौके पर पहुंची। पहले चारों को चंदूलाल चंद्राकर हॉस्पिटल ले जाया गया। वहां स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने मना कर दिया। इसके बाद सभी को दुर्ग जिला अस्पताल ले जाया गया। वहां प्राथमिक उपचार के बाद वासु, इदम और आयुष को अपोलो और श्रेणी को स्पर्श हॉस्पिटल के आईसीयू में रेफर कर दिया गया।
150 की स्पीड में कार ने मुझे ओवरटेक किया
मैं अपनी कार इंडिगो में राजनांदगांव से भिलाई आ रहा था। मेरे बिलकुल पीछे यह कार भी थी। बाफना टोल प्लाजा में टैक्स चुकाकर मैं आगे बढ़ गया। लगभग एक किलोमीटर आगे पहुंचा ही था कि मुझे ओवरटेक कर ये लोग निकले। उनकी कार लगभग 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार में रही होगी। इससे पहले कि मैं कुछ सोच-समझ पाता कि मेरी आंखों के सामने यह क्या फिल्मी दृश्य दिखाई देने लगा। देखता हंू कि कार उछलती हुई बार-बार पलटती हुई सीधे नीचे जा गिरी।
चीखने- चिल्लाने की आवाज
इसके बाद धड़ाम से आवाज आई और एकदम से धूल का गुबार छा गया। चीखने- चिल्लाने की आवाज आने लगी। मैंने अपनी कार रोकी। बचाव के लिए मौके पर गया। तब तक और भी लोग आ गए। तीन युवक और दो युवती कार में बुरी तरह फंसे हुए थे। बाद में देखा तो गार्ड दीवार के मलमे के नीचे दबा था। उनकी सांसें उखड़ चुकी थी।
(जैसा कि प्रत्यक्षदर्शी लक्खा सिंह ने बताया)