खुलेआम बेचा जा रहा मादक पदार्थ
युकां अध्यक्ष ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल कैंपस के सौ मीटर तक गुटका, तंबाखू, सिगरेट जैसे नशीले पदार्थ नहीं बेचे जाने चाहिए, लेकिन शहर के कई स्कूलों के सामने धडल्ले से यह सारा सामान नाबालिग छात्रों को बेचा जा रहा है। कुछ प्राइवेट स्कूलों में कैंटीन संचालक भी चोरी-छिपे स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेचते है। जिसका खुलासा निजी स्कूलों की कैंटीन में छापामार कार्रवाई से किया जा सकता है।
युकां अध्यक्ष ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार स्कूल कैंपस के सौ मीटर तक गुटका, तंबाखू, सिगरेट जैसे नशीले पदार्थ नहीं बेचे जाने चाहिए, लेकिन शहर के कई स्कूलों के सामने धडल्ले से यह सारा सामान नाबालिग छात्रों को बेचा जा रहा है। कुछ प्राइवेट स्कूलों में कैंटीन संचालक भी चोरी-छिपे स्कूली बच्चों को मादक पदार्थ बेचते है। जिसका खुलासा निजी स्कूलों की कैंटीन में छापामार कार्रवाई से किया जा सकता है।
स्कूल के नजदीक शराब दुकान
युकां के पदाधिकारियों ने बताया कि दुर्ग के सिकोलाभाठा स्कूल, महावीर जैन, जेआरडी स्कूल, भिलाई के राणवभाठा स्थित शासकीय स्कूल, कैंप के स्कूल सहित कई स्कूलों के आसपास पानठेलों में स्कूल यूनिफार्म में बच्चे धुम्रपान करते या गुटखा खरीदते नजर आ ही जाते हैं, लेकिन ना तो स्कूल संचालक कभी इस ओर ध्यान देते हैं और ना ही शिक्षा विभाग ने कभी इसे देखने की कोशिश की। इतना ही नहीं मारवाड़ी स्कूल से कुछ दूरी पर शराब दुकान भी है। जिसका असर छात्रों पर हो रहा है।
युकां के पदाधिकारियों ने बताया कि दुर्ग के सिकोलाभाठा स्कूल, महावीर जैन, जेआरडी स्कूल, भिलाई के राणवभाठा स्थित शासकीय स्कूल, कैंप के स्कूल सहित कई स्कूलों के आसपास पानठेलों में स्कूल यूनिफार्म में बच्चे धुम्रपान करते या गुटखा खरीदते नजर आ ही जाते हैं, लेकिन ना तो स्कूल संचालक कभी इस ओर ध्यान देते हैं और ना ही शिक्षा विभाग ने कभी इसे देखने की कोशिश की। इतना ही नहीं मारवाड़ी स्कूल से कुछ दूरी पर शराब दुकान भी है। जिसका असर छात्रों पर हो रहा है।
दूसरी जगह शिफ्ट करने की मांग
मादक पदार्थों और शराब दुकानों को स्कूल परिसर के आस-पास से हटाने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि इन स्कूलों के सामने ऐसी दुकानों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी तरह के हानिकारक मादक पदार्थ स्कूली बच्चों को उपलब्ध न हो। उपलब्ध कराने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि बच्चों का भविष्य नशे की गिरफ्त में न आए। इस अवसर पर युवा कांग्रेस दुर्ग के कई पदाधिकारी मौजूद थे।
मादक पदार्थों और शराब दुकानों को स्कूल परिसर के आस-पास से हटाने की मांग की गई। प्रदर्शनकारियों ने शिक्षा विभाग से मांग की है कि इन स्कूलों के सामने ऐसी दुकानों को दूसरी जगह शिफ्ट किया जाए। यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी तरह के हानिकारक मादक पदार्थ स्कूली बच्चों को उपलब्ध न हो। उपलब्ध कराने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए। ताकि बच्चों का भविष्य नशे की गिरफ्त में न आए। इस अवसर पर युवा कांग्रेस दुर्ग के कई पदाधिकारी मौजूद थे।