मंगलवार को सुपेला का आकाश गंगा मार्केट बंद रहता है। चोर ने इसका फायदा उठाया। वह मंगलवार की शाम को ही पड़ोस में तैयार हो रहे भवन के छत पर गया। वहां से सीढ़ी लगाया, इसके बाद पारख ज्वेलर्स के शॉप में छत पर पहुंचा। वहां से उसने दरवाजे तोड़कर भीतर प्रवेश किया। इस दौरान मार्केट में लोगों का मूवमेंट रहता है, लेकिन पड़ोस की बिल्डंग निर्माणाधीन है, इस वजह से किसी को शक नहीं हुआ कि दरवाजा या लॉक तोडऩे का आवाज आ रहा है। वह ऊपर छत के दरवाजे से भीतर पहुंच गया। आशंका है कि शॉप के भीतर पहुंचने के लिए उसने पहले करीब एक माह तक रेकी किया होगा, तब जाकर इसमें वह सफल हो सका।
चोर भीतर जाने के बाद पूरी रात शॉप की अलग-अलग मंजिल और उसमें बने शो-केस के रेक से गहने एकत्र करता रहा। वह उसे बोरे में भरता जा रहा था। गहने एकत्र करने का सिलसिला मंगलवार की शाम से बुधवार सुबह 5 बजे तक जारी था। इस दौरान चोर ने छोटे से लेकर बड़े सभी तरह के गहने एकत्र कर लिए।
आकाशगंगा, सुपेला में बना यह शॉप दूसरे तमाम दुकानों से हर स्तर पर बेहतर है। इसे बनाते वक्त सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पूरी तरह से कांक्रीट का बनाया गया था। इस शॉप की किसी भी मंजिल में खिड़की नहीं है, जिसे तोड़कर कोई प्रवेश कर सके। महज छत पर ही एक दरवाजा है, जिसे छत तक जाया जा सकता है। ज्वेलर्स के इस शॉप में भीतर और बाहर लगभग 90 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं।
पुलिस बुधवार सुबह से पारख ज्वेलर्स के शॉप पर टीम के साथ पहुंची। इसके बाद डॉग स्क्वायर्ड को बुलाया गया। वहीं फोरेंसिक एक्सपर्ट भी जांच करने पहुंची। पुलिस के हाथ अब तक कोई सुराग नहीं लगा है।
आकाश गंगा, सुपेला में पारख ज्वेलर्स की दुकान तीन मंजिला है। इसके ठीक बाजू में नई दुकान का निर्माण हो रहा है। वह भी तीन मंजिला है, चोर निर्माणाधीन दुकान से ऊपर चढ़कर एक सीढ़ी के सहारे पारख ज्वेलर्स शॉप के छत पर पहुंचे। वहां लिफ्ट के लिए एक कमरा बनाया गया था, जिसमें लगे दरवाजे की कुंडी को तोड़कर वे कमरे के भीतर गए।
कमरे के भीतर जाने के बाद चोरों ने लिफ्ट वाले जगह तक पहुंचने ईंट की दीवार को तोड़ दिए। इसके बाद उनके सामने लिफ्ट का मूवमेंट करने वाला हिस्सा था।
चोर यहां से बेल्ट के सहारे लिफ्ट के राह से नीचे आए और पहली मंजिल में बने ग्रील के दरवाजे से भीतर पहुंचे। यहां से उन्होंने तीनों मंजिलों में मौजूद लॉकर को देखा। ज्वेलर्स सारे गहनों को हर दिन इन लॉकरों में ही रख देते हैं। जिसके बाद घर लौट जाते हैं।
तीनों मंजिलों में दुकानदार ने एक-एक लॉकर रूम रखा है। जिसमें सारे गहनों को रखा जाता है। तीनों लॉकर में पहले वाला प्लाई का दरवाजा था, जिसमें बड़ा ताला लगा था, जिसके कुंडा को तोड़ दिया। इसके बाद उसका एक और ताला लगा था, जिसको तोड़ दिया। इसके बाद चार मोटे सरिया का घेरा है, जिसमें से दो मोटे सरिया को चोरों ने टाइल्स वाले मशीन से काट दिया और उसे मोड़कर भीतर प्रवेश कर गए। इसके बाद लॉकर था, जिसे खोलने के लिए 12 चाबियों को लगाना होता है। इस लॉकर में 6 और 6 चाबी जब लग जाती है, तब ही यह लॉकर खुलता है। तीनों मंजिला में एक-एक लॉकर है, जिसमें से ग्राउंड फ्लोर के लॉकर का लॉक पिछले कुछ माह से खराब था, उस लॉकर को ही चोरों ने निशाने पर लिया।
कयास लगाया जा रहा है कि इस लॉकर रूम में करीब 20 से 25 किलो सोने के गहने थे। जिसे वे बोरे में भरकर उस रास्ते से ही लौट गए, जिस राह से भीतर पहुंचे थे। वे गहने लेकर जाते समय सोने की अंगूठी और टाप्स वगैरह को वैसे ही छोड़ दिए, क्योंकि उनके हाथ बड़े-बड़े कीमती गहने गल्सर, रानी हार लग गए थे।
चोर शॉप के भीतर से एक लॉकर में झाड़ू फेर गए और शॉप के बार पूरी रात सुरक्षा कर्मचारी तैनात था। सुबह पुलिस उस सुरक्षा कर्मचारी को भी पूछताछ के लिए बुलाने दुकानदार से कहा।
पारख ज्वेलर्स के शॉप में करीब 90 कैमरे लगे है। पुलिस इसमें मौजूद फुटेज को खंगाल रही है। घटनास्थल का जायजा लेने आईजी, एसपी समेत तमाम अफसर पहुंचे। 4 टीम किए हैं गठन
आईजी, दुर्ग रेंज, विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि घटना स्थल का जायजा लिया है, कुछ क्लू मिले हैं। दुकान के कर्मियों से भी पूछताछ की गई है। पुलिस सभी पहलुओं में जांच कर रही है। चार टीम गठित किए हैं, उनको अलग-अलग काम के लिए रवाना किया गया है। आशंका है कि चोरों की संख्या दो या उससे अधिक हो सकती है।