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ब्रांड एम्बेसडर्स केवल नाम के – महीनेभर में एक बार भी नहीं निकाल पर जागरूकता के लिए समय

locationदुर्गPublished: Mar 06, 2022 11:17:58 pm

Submitted by:

Hemant Kapoor

नगर निगम द्वारा स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित करने शहर के 54 नामी लोगों को ब्रांड एम्बेसडर बनाए गए हैं, लेकिन ये ब्रांड एम्बेसडर अब तक केवल नाम के ही साबित हुए हैं। दरअसल इनकी नियुक्ति को करीब एक महीना बीतने को है, लेकिन सफाई, श्रमदान व जागरूकता जैसे अभियान तो दूर अब तक घर से नहीं निकल पाए हैं।

भारत सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत पिछले छह साल से देशभर में स्वच्छता अभियान चलाया जा रहा है। अभियान के तहत स्वच्छता के लिए लोगों को प्रेरित करने व प्रतिस्पर्धा बढ़ाने हर साल केंद्र सरकार द्वारा रेटिंग कर उत्कृष्ट शहरों को पुरस्कृत किया जाता है। इस क्रम में इस बार भी देशभर के 4000 शहरों की स्वच्छता को लेकर प्रतिस्पर्धा कराई जा रही है। पिछली बार इस स्पर्धा में शहर को गार्बेज फ्री सिटी के रूप में 17वें रैंक के साथ थ्री स्टार रेटिंग मिली थी। नगर निगम इसमें सुधार के लिए पहल कर रही है। इसी के तहत इस बार स्वच्छता सर्वेक्षण से पहले लोगों को स्वच्छता और स्टार रेटिंग के लिए जागरूक करने रणनीति तैयार की गई है। इसी के तहत शहर के 54 नामी लोगों को ब्रांड एम्बेसडर्स नियुक्त किया गया है।

डॉक्टर से लेकर पत्रकार ब्रांड एम्बेसडर्स
नगर निगम द्वारा दो चरणों में अब तक 54 ब्रांड एम्बेसडर्स की नियुक्ति की गई है। 10 फरवरी को 43 और इसके बाद 11 और ब्रांड एम्बेसडर्स नियुक्त किए गए हैं। इनमें शहर के नामी डॉक्टर्स, समाजसेवी, राजनीति और पत्रकारिता जगत से जुड़े लोगों के साथ सोशल मीडिया पर एक्टिव लोग शामिल है।

ब्रांड एम्बेसडर्स बनाने का यह मकसद
निगम का मानना है कि समाज के प्रमुख लोगों की प्रेरणा से लोगों को सफाई का महत्व बेहतर ढंग से समझाया जा सकता है। लिहाजा ऐसे लोगों का चयन कर ब्रांड एम्बेसडर्स बनाया गया है। निगम प्रशासन द्वारा दावा किया गया था कि ब्रांड एम्बसडर्स के माध्यम से जागरूकता अभियान चलाया जाएगा, लेकिन अब तक इसकी शुरूआत नहीं हो पाई है।

अब तक केवल दो निकले सड़क पर
नगर निगम द्वारा नियुक्त 54 ब्रांड एम्बेसडर्स में से अब तक केवल दो ही स्वच्छता जागरूकता के नाम पर सड़क पर निकल पाए हैं। वरिष्ठ नागरिक डॉ. विश्वनाथ पाणिग्राही व एक महिला ने बाजार में निकलकर लोगों से प्लाटिक की पन्नी की जगह कपड़े के थैले इस्तेमाल करने को लेकर लोगों से अपील की थी। यह अभियान भी उन्होंने खुद की पहल पर किया था।

केवल एक कार्यशाला तक सिमटा अभियान
ब्रांड एम्बेसडर्स के अभियान के नाम पर अब तक केवल एक कार्यशाला किया जा चुका है, जिसमें ब्रांड एम्बेसडर्स की ओर से सफाई और घर-घर कचरा कलेक्शन को कैसे बेहतर किया जा सकता है, इसे लेकर सुझाव आए थे। यह कार्यशाला भी ब्रांड एम्बेसडर्स के स्वागत सम्मान का कार्यक्रम ही बनकर रह गया था।

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