बेलचंदन पिछले 4 बार के अध्यक्ष हैं। दुर्ग के कोतवाली में बेलचंदन व उनके तत्कालीन संचालक मंडल सदस्यों के खिलाफ धारा 409, 420, 467, 468, 471, 34 के तहत केस दर्ज किया गया है। बेलचंदन ने कुल 14.89 करोड़ रुपए की बैंक को आर्थिक क्षति पहुंचाई है। मामला खुलने पर दुर्ग कलेक्टर के आदेश पर जांच कमेटी गठित की गई थी। टीम की रिपोर्ट के आधार पर यह एफआईआर की गई। पूर्व अध्यक्ष बेलचंदन ने इस पूरे मामले में राज्य सरकार पर प्रशासनिक तंत्र के दुरुपयोग का आरोप लगाया है। उन्होंने न्यायालय से स्टे के बाद भी कार्रवाई किए जाने की बात कही है।
कोतवाली पुलिस ने बताया कि जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक मर्यादित दुर्ग के पूर्व अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन एवं निर्वाचित संचालकों ने 8 अगस्त 2014 से 12 जून 2020 की अवधि में पंजीयक सहकारी संस्थाएं छत्तीसगढ़ से बिना अनुमति के 234 प्रकरणों में 13.50 करोड़ की अनुदान राशि की गड़बड़ी की। इस दौरान बैक की बिल्डिंग निर्माण की खरीदी के लिए पैसे की हेराफेरी की गई। इसी तरह दूसरे प्रकरण में 5 अगस्त 2016 से 12 जून 2019 के बीच किसानों को लोन दिया गया। लेकिन एकमुश्त समझौता योजना में 186 प्रकरणों में छूट प्रदान कर 1.75 करोड़ रुपए का गबन किया।