खरीफ सीजन बीत जाने के बाद भी खाद के भावांतर की राशि नहीं मिलने से किसानों की नाराजगी का मामला पत्रिका ने प्रमुखता से उठाया था। इसके बाद सहकारी बैंक प्रबंधन से लेकर संबंधित विभाग के तमाम आला अधिकारी हरकत में आए और राशि वापसी की पहल शुरू की।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक के अध्यक्ष जवाहर वर्मा की पहल का दुर्ग के अलावा प्रदेश के तीन अन्य जिला सहकारी बैंकों के किसानों को फायदा हुआ है। सरकार ने दुर्ग के अलावा जिला सहकारी बैंक बिलासपुर, राजनांदगांव और रायपुर के भी किसानों के भावांतर की राशि लौटा दी है। बिलासपुर को 5.97 करोड़, राजनांदगांव को 4.59 करोड़ और रायपुर को 5.91 करोड़ लौटाई गई है।
दुर्ग – 2 करोड़ 29 लाख 14 हजार 430 रुपए
बालोद – 3 करोड़ 5 लाख 64 हजार 400 रुपए
बेमेतरा – 1 करोड़ 23 लाख 10 हजार रुपए
कुल – 6 करोड़ 57 लाख 88 हजार 830 रुपए
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक दुर्गअध्यक्ष जवाहर वर्मा ने बताया कि भावांतर की राशि का 5.96 करोड़ रुपए लौटाई गई है। किसानों के हक की राशि केंद्र सरकार छह माह से दबाकर बैठी थी। किसानों के हित में इस राशि की वापसी के लिए पहल की गई थी। जल्द ही यह राशि किसानों को लौटा दी जाएगी।