परिवाद में प्रमोद सिंह ने खुलासा किया था कि अरविंद से उसकी पुरानी जान पहचान है। दोनों के बीच मित्रता है। पारिवारिक कारणों का हवाला देकर अरविंद ने उससे 1.10 लाख लिया था। रकम छह माह में लौटाने की बात कही थी। छह माह की जगह एक साल में केवल 60 हजार रुपए लौटाया।
परिवादी प्रमोद सिंह ने न्यायालय को बताया कि 1.10 लाख में 60 हजार लौटाने के बाद अरविंद ने घर की माली हालत बहुत अधिक खराब होने की बात कही और 6 हजार फिर मांगा। खराब समय में मदद की भावना से दोबार 6 हजार उधार दिया।
पहले का शेष रकम और बाद में उधार लिए 6 हजार को मिलाकर अरविंद ने प्रमोद सिंह को 56 हजार का चेक दिया। यह चेक बाउंस हो गया। चेक बाउंस करने पर प्रमोदसिंह ने उससे मुलाकात कर चेक बाउंस होने की बात बताई। इस पर उसने राशि का इंतजाम कर जल्द लौटाने की बात कही पर राशि नहीं लौटाई।