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लाचार पिता की गुहार – तीन माह का बेटा दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी से पीडि़त, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार

locationदुर्गPublished: Dec 06, 2021 11:20:57 pm

Submitted by:

Hemant Kapoor

तीन माह के मासूम बेटे के दुर्लभ बीमारी से व्यथित पिता ने सोमवार को राहत की उम्मीद कलेक्टर जनदर्शन में जीवन की फरियाद लगाई। उन्होंने बताया कि बेटा स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित है। यह बीमारी लाखों में किसी एक बच्चे को होती है। पिता ने बताया कि डॉक्टरों ने इसके इलाज के लिए 16 करोड़ रुपए के इंजेक्शन का खर्च बताया है, जिसे वह पूरी पूंजी बेचकर भी पूरा नहीं कर सकता।

लाचार पिता की गुहार - तीन माह का बेटा दुर्लभ बीमारी स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी से पीडि़त, इलाज के लिए 16 करोड़ की दरकार

पिता ने सोमवार को राहत की उम्मीद कलेक्टर जनदर्शन में कलेक्टर के समक्ष सहायता के लिए फरियाद लगाई

बोरसी के पिता खिलेंद्र कुमार माजरे ने बताया कि 11 सिंतबर को उनके बेटे का जन्म हुआ है। जन्म के महीनेभर तक सब कुछ ठीक चला। इसके बाद बच्चे के शरीर ने जवाब देना शुरू कर दिया। शुरू में बच्चे का शरीर पर नियंत्रण समाप्त हुआ और अब वह अपनी गर्दन तक ठीक से संभाल नहीं पाता। खिलेंद्र ने बताया कि उन्होंने दुर्ग-भिलाई के साथ रायपुर के तमाम बड़े चिकित्सा संस्थानों में बेटे को दिखाया। इसमें स्पाइनल मस्कुलर एट्रॉफी की पुष्टि हुई। जेके लॉन हॉस्पिटल जयपुर राजस्थान के डॉक्टर प्रियांशु माथुर के हवाले से खिलेंद्र ने बताया कि इसके लिए 16 करोड़ के जोल्गेसमा इंजेक्शन की दरकार है, वह भी बच्चे को जल्द से जल्द लगाना होगा। यह इंजेक्शन जितनी जल्दी लगाया जाएगा, बच्चे के ठीक होने की संभावना उतनी ज्यादा होगी। ऐसे बच्चे बिना इलाज आमतौर पर दो साल तक ही सरवाइव कर पाते है।

पिता बोले, है सहायता की उम्मीद
पिता खिलेंद्र माजरे ने बताया कि इसी बीमारी से ग्रसित कई बच्चों का इलाज हुआ है। ऐसे मामलों में प्रशासन के अलावा सेवाभावी लोगों ने भी सहयोग किया है। ऐसे में उन्हें भी पूर्ण उम्मीद है कि उनके बेेटे उनके बेेटे के जीवन के लिए भी लोग आगे आएंगे और जीवन बच जाएगी। उन्होंने बताया विधायक अरुण वोरा व देवेंद्र यादव से भी फरियाद लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री से भी जल्द गुहार लगाएंगे।

कलेक्टर ने दिलाया भरोसा
हाउसिंग बोर्ड में सहायक पिता की फरियाद पर कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भुरे ने बच्चे के जीवन रक्षा के लिए यथासंभव उपाय करने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा कि वे स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से इस संबंध में चर्चा करेंगे। विभाग द्वारा इस तरह की गंभीर बीमारियों में योजना मुताबिक जिस तरह राहत देने के उपाय संभव हैं, वे सारे उपाय सुनिश्चित कराए जाएंगे।

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