दुर्ग की बढ़त रहा निर्णायक
जिले में तीन चरण में 4-4 जिला पंचायत क्षेत्र के चुनाव कराए गए। इसमें कांग्रेस ने पहले चरण के 4 सीटों में 3-1 की बढ़त बनाई। वहीं दूसरे व तीसरे चरण में पाटन व धमधा में 4-4 सीट के लिए कराए गए चुनाव में मुकाबला बराबर 2-2 का रहा। इस तरह पहले चरण की बढ़त निर्णायक रहा।
महिलाओं का होगा वर्चस्व
जिला पंचायत के अध्यक्ष पद के साथ सदन में इस बार महिलाओं का वर्चस्व रहेगा। 12 सदस्यीय जिला पंचायत में 7 महिलाएं जीतकर आईं हैं। कांग्रेस की योगिता चंद्राकर और भाजपा की हर्षा चंद्राकर अनारक्षित सीट पर जीत दर्ज कर सदन में पहुंची हैं। शेष 5 महिला सदस्य आरक्षित सीटों से जीतकर सदन में पहुंची है।
ये हैं अध्यक्ष पद के दावेदार 0 शालिनी रिवेंद्र यादव – बोरई की सरपंच रह चुकी हैं। कांग्रेस के नेता व दुर्ग सरपंच संघ के अध्यक्ष रिवेंद्र यादव की पत्नी हैं। रिवेंद्र यादव मंत्री ताम्रध्वज के बेहद करीबी माने जाते हैं। ऐसे में उनकी पत्नी शालिनी की ताजपोशी लगभग तय मानी जा रही है।
पिछली बार माया दलबदल कर बनीं थी अध्यक्ष
गैरदलीय आधार पर चुनाव के बाद भी दुर्ग जिला पंचायत के अध्यक्ष के चुनाव में जबरदस्त घमासान होता रहा है। पिछली बार निवर्तमान अध्यक्ष माया बेलचंदन ने दलबदल कर अध्यक्ष पद पर कब्जा जमाया था। चुनाव में कांग्रेस व भाजपा के पास बराबर बराबर 6-6 सीटें थी, लेकिन ऐन मौके पर कांग्रेस से जीत दर्ज कर सदन में पहुंची माया बेलचंदन और हिमा साहू ने दलबदल कर लिया था।