scriptकोरोना काल में राशन वितरण पर बवाल, आधार और पावती मांगे जाने पर भड़के पार्षद, झोले पर फोटो, मास्क व सेनेटाइजर का मांगा हिसाब | Controversy over distribution of ration during Corona period | Patrika News

कोरोना काल में राशन वितरण पर बवाल, आधार और पावती मांगे जाने पर भड़के पार्षद, झोले पर फोटो, मास्क व सेनेटाइजर का मांगा हिसाब

locationदुर्गPublished: Jun 30, 2020 11:07:31 am

Submitted by:

Hemant Kapoor

कोरोना काल में पार्षद और महापौर निधि से राशन वितरण को लेकर उपजा विवाद करीब दो महीनें शांत रहने के बाद फिर उबाल पर आ गया है। इस बार भाजपा के नहीं बल्कि सत्ताधारी दल कांग्रेस के ही वरिष्ठ पार्षद मदन जैन ने सवाल खड़ा कर दिया है। कांग्रेस पार्षद ने राशन वितरण के उपयोग किए गए झोले में विधायक व महापौर की फोटो, मास्क और सेनेटाइजर की खरीदी पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं।

Controversy over distribution of ration during Corona period

इस तरह की फोटो वाले झोले में किया गया था राशन वितरण

दुर्ग. निगम प्रशासन द्वारा राशन वितरण के एवज में अब पार्षदों से राशन लेने वाले हितग्राहियों के आधार नंबर और राशन कार्ड के नंबर के साथ हस्ताक्षरयुक्त पावती मांगा जा रहा है। ऐसा नहीं किए जाने पर पार्षदों के मानदेय से खर्च की राशि की भरपाई की चेतावनी दी जा रही है। पार्षद मदन जैन इससे नाराज हैं। उन्होंने इसे निर्वाचित पार्षदों का अपमान करार करार दिया है। पार्षद मदन जैन का कहना है कि राशन वितरण से पूर्व हितग्राहियों के आधार नंबर लिया जाना है और इसके एवज में पावती भी दिया जाना है, इसकी जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने आयुक्त इंद्रजीत बर्मन की ओर से इस संबंध में निर्देश जारी करने पर भी सवाल खड़ा किया है। पार्षद मदन जैन का इस संबंध में निगम कमिश्नर को लिखा गया पत्र सामने आया है।

जबरिया थमाया फोटो वाले झोले
पार्षद मदन जैन कहा है कि उन्होंने 250 पैकेट राशन बांटे हैं। इसके लिए आवेदन में उन्होंने बिना फोटो वाले झोले की मांग की थी, लेकिन अधिकारियों ने जबरिया फोटो वाले झोले दे दिए। इसके चलते उन्हें 2700 रुपए खर्च कर बिना फोटो वाले थैले खरीदने पड़े। पार्षद ने उक्त राशि संबंधित अधिकारी से वसूलकर दिलाने की मांग की है। बता दें कि राशन महापौर धीरज बाकलीवाल और विधायक अरुण वोरा की फोटो वाले थैलों में बांटे गए।

मास्क-सेनेटाइजर पर खर्च का हिसाब
पार्षद मदन जैन ने कोरोना काल में खरीदे गए मास्क और सेनेटाइजर पर भी सवाल खड़ा किया है। उन्होंने कहा है कि इस दौरान बड़ी मात्रा में मास्क और सेनेटाइजर खरीदे गए, लेकिन इसमें की गई खर्च की जानकारी किसी को नहीं दी जा रही। यह खर्च भी सार्वजनिक किया जाना चाहिए। पार्षद जैन ने संक्रमण रोकने छिड़काव के लिए खरीदे गए दवाई व शीकर का खर्च भी सार्वजनिक करने की मांग की है।

पहले महापौर निधि का पार्वती हो सार्वजनिक
महापौर मदन जैन ने पार्षदों से पहले महापौर निधि से बांटे गए राशन का डिटेल सार्वजनिक कराने की मांग की है। उन्होंने बताया कि कोरोना काल में पार्षदों के साथ महापौर की निधि के 15 लाख के भी राशन बांटे गए हैं। उन्होंने कहा है कि पार्षद निधि से पहले महापौर निधि के राशन का आधार नंबर, राशन कार्ड का नंबर और हितग्राहियों के हस्ताक्षर वाले पावती का डिटेल सार्वजनिक किया जाना चाहिए।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो