मंत्री टीएस सीहदेव ने कहा कि नियमित रूप से हाथ धोना, मास्क पहनना और शारीरिक दूरी बनाने कर रखना भी कोरोना की दवा के समान ही है। इतने समय तक कोरोना से लडऩे में हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता पर्याप्त रही है। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में दवाओं का सबसे बड़े उत्पादकों में शामिल है। विश्व की अलग-अलग कंपनियां दवा बनाने में लगी है और इसमें प्रतिस्पर्धा भी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हमें यह मानकर चलना होगा कि फरवरी के अंत तक कोरोना की वैक्सिंग बाजार में उपलब्ध होगा। उस समय तक हमें पूरी तरह से कोविड प्रोटोकॉल पर चलना होगा। वेबिनार में उपाध्यक्ष प्रत्युष भारद्वाज, सचिव ऐश्वर्या सिंहदेव, मीडिया संयोजक दीप सारस्वत भी शामिल हुए।