क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में अधिकारी नया खेल शुरू कर दिया है। ऑनलाइन परीक्षा में पहली मर्तबा अगर किसी को पास होना है तो टीआई स्तर के अधिकारी से सेंटिंग आवश्यक है। सेटिंग हो गई तो दस्तावेज में हरे रंग की स्याही वाले पेन से अर्जेंट लिख अधिकारी साइन करते हैं। इस रंग की स्याही से दस्तावेज में अधिकारी की चिडिय़ा बैठ गई तो उस व्यक्ति को लर्निंग लायसेंस बनाने के प्रक्रिया शार्टकट हो जाती है।
हरे रंग की स्याही की ताकत इतनी है कि वहां के कर्मचारी नियमों व कानून को दर किनार कर देते हैं। कर्मचारी सवाल को बताए बिना ही उत्तर लिख ओके रिपोर्टदेते हैं। सारा कार्य ऑनलाइन प्रक्रिया से होना है इसलिए अधिकारी को ओके कहने की जरुरत भी नहीं। इसके बाद सीधा उस व्यक्ति को ट्रायल के लिए बुलाया जाता है। वह भी महज खानापूर्तिहोता है।
मामले का खुलासा फेसबुक में चल रहे एक वीडियो से हुआ। वीडियो बनाने वाला कोई और नहीं लर्निंग लाइसेंस बनवाने कार्यालय पहुंचा युवक ही है। २९ जून को वीडियो बनाने के बाद उस युवक ने अपने फेसबुक में वीडियो को २ जुलाई को अपलोड किया। खास बात यह है कि एक ही देन में फेस बुक के माध्यम से वीडियो को एक लाख लोगों ने देखा।
दीक्षित कालोनी नेहरु नगर निवासी शहबाज खान (३० वर्ष) ने चर्चा में बताया कि लर्निंग लायसेंस बनाने उसने ऑनलाइन शुल्क ३५५ रुपए जमा किया है। इसके बाद वह परीक्षा देने पहुंचा था। २९ जून शुक्रवार को जैसे ही वह काउंटर पर पहुंचा कमरे में एक कर्मचारी के साथ लड़की पहुंची। उसके दस्तावेज पर हरे रंग से अर्जेंट लिखा हुआ था।