बच्ची नेवई थाना क्षेत्र की रहने वाली है। उसकी मानसिक स्थिति थोड़ी कमजोर है। इसलिए वह घर से बिना सूचना दिए मार्केट निकल गई थी। इसके बाद वह घर का रास्ता भटक गई। घटना सोमवार की पावर हाउस चौक की है। डायल ११२ छावनी चीता २ के आरक्षक रोशन देवांगन और विजय जायसवाल पावर हाउस चौक पर ड्यूटी में तैनात थे।
प्वाइंट से १० मीटर की दूरी पर १३ साल की बच्ची रोती हुई बैठी थी। दोनों आरक्षकों ने पूछताछ की। बताया कि करीब ४ दिन से घर का रास्ता भूल गई है। सही पता नहीं बता पा रही थी। बस इतना बताया कि उसके पिता सुपेला की एक कपड़ा दुकान में काम करते हैं। फिर दोनों आरक्षक उसे घर तक सही सलामत पहुंचाने में जुट गए।
आरक्षकों ने संयुक्त रूप से बताया कि प्वाइंट ने नहीं हटने का सख्त निर्देश दिया गया। घटना की सूचना तत्काल सी ४ रायपुर में दी। तीन मिनट के बाद गाड़ी में लगे टैव लिखा आया तत्काल बच्ची को उसके पैरेंट्स मिलाओ। फिर उसे लेकर सुपेला में सभी कपड़े की दुकान में खोजबीन की तब पता चला।
पुलिस ने बताया कि जब पिता के सामने बेटी आई तो वह उसे देख अपने सीने से लगा लिया। बच्ची भी अपने पापा से लिपटकर सिसकियां भरने लगी। उन्होंने पुलिस को बताया कि बच्ची की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। कभी-कभार वह घर से निकल जाती थी।