भिलाई नगर थाना प्रभारी बीआर मरकाम ने बताया कि घटना मंगलवार की शाम 6.30 बजे की है। ई ऋषभ (21 वर्ष) घर पर अकेला था। 12वीं कक्षा में पढऩे वाली उसकी छोटी बहन कोचिंग और मां सिलाई करने गई थी। पिता भी गार्ड की ड्यूटी पर थे। जब उसकी मां घर पहुंची तो दरवाजा खुला मिला। ऋषभ को आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। ऋषभ का कमरा अंदर से बंद था। काफी खटखटाने पर भी दरवाजा नहीं खोला तब मां चिल्लाई। पास पड़ोस के लोग पहुंचे। दरवाजे को तोड़कर देखा तो ऋषभ फंदे पर लटका हुआ था। (Bhilai news)
फांसी पर झूल रहे ऋषभ को देख लोगों ने हत्या की आशंका जताई। उसके दोनों हाथ पीछे स्कार्फ से बंधा हुआ था। पैर जमीन से दो फीट ऊपर था। सूचना पर पुलिस पहुंची। पुलिस भी घटना देख हैरान रह गई। सूचना पर एएसपी रोहित कुमार झा और भिलाई नगर सीसीएसपी अजीत यादव तत्काल मौके पर पहुंचे। फोरेंसिक एक्सपर्ट अनुपमा मेश्राम को बुलाया गया। उन्होंने घटना स्थल की जांच की। चेकिंग के दौरान सुसाइडल नोट मिला। (Bhilai news)
फोरेंसिक एक्सपर्ट अनुपमा मेश्राम ने बताया कि यह अनोखा तरीके का केस था। युवक ने अपने दोनों हाथ पीछे की तरफ स्कार्फ से बांध लिया था। आश्चर्य यह था कि दोनों हाथ बांधकर फांसी कैसे लगाएगा? लेकिन उसकी जीभ बाहर आ गई थी। मुंह से झाग निकल गया था। फांसी की गठान से बांए तरफ सिर झुक गया था। इससे स्पष्ट है कि उसने खुद ही फांसी लगाई थी।
मेरे परिवार वालों का किसी प्रकार का दबाव नहीं है। मैं जो भी कर रहा हूं अपनी मर्जी से सुसाइड कर रहा हूं। मम्मी खुश रहना आप। मंै अपने हाथ खुद बांध रहा हूं। फिर पैरों को हाथों के बीच से निकालकर पीछे कर दूंगा।
ऋषभ ने पॉलीटेक्नीक पास किया। वह नौकरी की तलाश में था। नौकरी के लिए कई बार फॉर्म भरा। लेकिन उसे नौकरी नहीं मिल रही थी। परिजनों का कहना था इससे वह परेशान रहता था। (Bhilai news)