घटना बुधवार रात 9.30 बजे की है। पीडि़त परिवार की शिकायत पर अंजोरा पुलिस ने गुरुवार को शव का पोस्टमार्टम कराया। मामले में मर्ग कायम कर अंजोरा पुलिस जांच कर रही है। फिलहाल इस मामले को लेकर पुलिस ने अभी तक कोई भी आधिकारिक बयान जारी नहीं किया।
पीडि़त पिता कश्यप यादव का कहना है कि उसका बेटा देवराज चार सिंतबर से बीमार था। उपचार के लिए बस स्टैंड के निकट संचालित बीएमवाय हास्पीटल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने गले और सीने का एक्स-रे कराने का सलाह दिया। एक्सरे रिपोर्ट आने तक के लिए दवाईयां लिख डॉक्टर ने देवराज को वापस भेज दिया था।
बुधवार की शाम को परिवार वाले देवराज को शाम 6.30 बजे दुबारा अस्पताल लेकर पहुंचे थे। एक्सरे रिपोर्ट देखने के बाद डॉक्टर ने रात नौ बजे इंजेक्शन लगाया। इंजेक्शन लगाने के दूसरे मिनट में ही देवराज यह कहने लगा कि उसका शरीर जल रहा है। शरीर पर पानी डालो। बिस्तर पर आधा घंटा तक लोटने के बाद देवराज दम तोड़ दिया।
कश्यप यादव 20 वर्ष पहले अपने परिवार को लेकर काम की तलाश में दुर्ग आया था। वेटनरी कॉलेज में काम मिलने पर वह परिसर में ही रहने लगा। देवराज दीन भाईयों में बड़ा है। उसके कंधे पर परिवार की जिम्मेदारी थी।
वेटनरी कॉलेज में एनसीसी का कार्यालय भी है। देवराज वहां दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी के रुप में कार्य करता है। मौत की खबर मिलते ही एनसीसी के नायब सूबेदार नकुल चंद्र महोन्तों अस्पताल पहुंच गए थे। उन्होंने डॉक्टर और स्टाफ से पूरे मामले की जानकारी ली।