कलेक्टर अग्रवाल ने कॉलेज की प्राचार्य को भरोसा दिलाया है कि छात्राओं को अब ऐसी परेशानियाों का सामना नहीं करना पड़ेगा। बावजूद छात्राएं अब उस क्षेत्र में जाना नहीं चाहती। पत्रिका से बातचीत में कलेक्टर ने कहा कि चाहे छात्राएं हो या सरकारी कर्मचारी सभी लोगों की सुरक्षा के लिए ही अभियान में शामिल हो रहे हैं। नागरिकों को उनका सहयोग करना चाहिए ना कि उनके साथ दुव्र्यवहार। उन्होंने कहा कि ऐसी चीजें कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी और आरोपी को सजा मिलेगी।
कलेक्टर ने डेंगू पीडि़तों को राहत पहुंचाने एक और आदेश जारी किया है कि अस्पतालों में प्लेटलेट्स के आधार पर नहीं बल्कि मरीज के हाई रिस्क को देखकर उन्हें दाखिल किया जाए। इस मामले में उन्होंने बीएसपी प्रबंधन को नोटिस भी दिया है जिन्होंने डेंगू पीडि़त सेक्टर-5 की मेघा साहू को दाखिल नहीं किया और उनकी मौत हो गई।
कलेक्टर अग्रवाल ने बताया कि अस्पतालों में हाई रिस्क वाले मरीजों को भर्ती करने के आदेश के बाद आज डेंगू पीडि़त मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि सोमवार शाम से मंगलवार शाम तक 68 नए मरीज दाखिल हुए हैं जबकि पुराने मरीजों में 80 डिस्चार्ज हो चुके हैं।
इधर निगम प्रशासन का भैंस खटालों के खिलाफ भी कार्रवाई लगातार जारी है। जोन 1 के रावण भाठा सुपेला के खटाल संचालक कमलेश यादव से 9 हजार, राजेन्द्र कुमार से 10 हजार रुपए, टुकेन्द्र कुमार यादव से 15 हजार कुल 34 हजार रुपये अर्थदण्ड वसूल किया।