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Durg University: मांगे थे 24, रविवि ने भेजे सिर्फ 9 कर्मचारी

locationदुर्गPublished: Jan 13, 2017 12:05:00 pm

स्टाफ की कमी से जूझते दुर्ग विश्वविद्यालय को जल्द ही 9 और कर्मचारी मिल
जाएंगे। विवि प्रशासन के मुताबिक यह स्टाफ पं. रविशंकर शुक्ल विवि से
आएंगे।

Demand 24, RVV sent by only 9 employees

Demand 24, RVV sent by only 9 employees

भिलाई@Patrika. स्टाफ की कमी से जूझते दुर्ग विश्वविद्यालय को जल्द ही 9 और कर्मचारी मिल जाएंगे। विवि प्रशासन के मुताबिक यह स्टाफ पं. रविशंकर शुक्ल विवि से आएंगे। इसकी प्रक्रिया आखिरी पायदान पर है। राज्य शासन के पास फाइल गई है, जिस पर जल्द अंतिम मुहर लगने की उम्मीद है।

परीक्षा कार्य सहित विभिन्न महात्वपूर्ण कार्य सौंपेगा
अधिकारियों का कहना है कि दुर्ग विवि ने 24 कर्मचारियों की मांग की थी। रविवि ने अभी फिलहाल 9 ही दिए हैं। बाकी के लिए भी रविवि से चर्चा की जाएगी। अभी जो स्टाफ रिलीज किया गया है, वे सभी विश्वविद्यालयीन कार्यों में काफी लंबे समय से जुड़े हुए हैं। दुर्ग विवि इनके अनुभव का लाभ लेते हुए इन्हें परीक्षा कार्य सहित विभिन्न महात्वपूर्ण कार्य सौंपेगा।

51 पदों के लिए अभी पत्राचार नहीं

विश्वविद्यालय प्रशासन के आला अधिकारियों का कहना है कि 51 पदों की स्वीकृति मिल गई है, लेकिन अभी भर्ती या विज्ञापन निकालने को लेकर राज्य शासन के साथ पत्राचार नहीं किया गया है। विवि पहले यह पुख्ता करेगा कि रविवि से जो स्टाफ दिए गए हैं वे भी स्वीकृत पदों के अंतर्गत माने जाएंगे या नहीं।

विज्ञापन में रिक्त पदों की संख्या कम

रविवि से वर्तमान में मिल रहे स्टाफ व पूर्व में अधिकारियों सहित दिए गए कर्मचारियों को भी यदि 51 पदों में जोड़ा गया तो भर्ती के विज्ञापन में रिक्त पदों की संख्या कम हो जाएगी। यही वजह है कि विवि पहले राज्य शासन से इस संबंध में चर्चा करेगा। इसके बाद ही भर्ती विज्ञापन व अन्य प्रक्रियाओं के लिए आगे बढ़ेंगे।

शासन से चर्चा
दुर्ग विवि के रजिस्ट्रार डॉ. एसके त्रिपाठी ने बताया कि रविवि ने जल्द ही 9 और कर्लिकल स्टाफ मिल रहे हैं। दुर्ग विवि को मिले 51 पदों के भर्ती संबंधी पत्राचार करने से पहले पद संख्या को लेकर राज्य शासन से चर्चा की जाएगी।

यंग साइंटिस्ट कांग्रेस
युवा वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित करने 15वंी यंग साइंटिस्ट कांग्रेस इस बार छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय कराएगा। विवि यह आयोजन करीब 8 साल बाद कराने जा रहा है। छग काउंसिल ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी (सीजीकॉस्ट) के तत्वावधान में सेमिनार सहित विभिन्न गतिविधियां होंगी। 28 फरवरी से एक मार्च तक देशभर के रिचर्स स्कॉलर्स इसमें शामिल होंगे। नए शोध व तकनीक से रूबरू होने का मौका मिलेगा।

प्रजेंटेशन का मौका मिलेगा
विवि प्रशासन ने इस आयोजन को लेकर तैयारियां शुरू कर दी हैं। अधिकारियों का कहना है कि इस कांग्रेस के लिए थीम के तहत शोध पत्र मांगे गए हैं। अच्छी बात यह है कि इंजीनियरिंग के अलावा होम साइंस, ह्यूमिनिटीज, मेडिकल और फार्मास्युटिकल, बायोलॉजी, लाइफ साइंस वेटरनरी साइंस, एनिमल हसबैंडरी, डेयरी टेक्नोलॉजी और साइकोलॉजी के शोधार्थी भी हिस्सा ले पाएंगे। इन्हें भी प्रजेंटेशन का मौका मिलेगा।

बेहतर शोधार्थी को यंग साइंटिस्ट का खिताब

विवि ने भागीदारी के लिए नियम तय किए हैं। इसमें शोधार्थी की उम्र पुरूष के लिए 32 और महिला के लिए 35 वर्ष होगी। सबसे बेहतर शोध पत्र वाले शोधार्थी को यंग साइंटिस्ट का खिताब देने के साथ-साथ 21 हजार रुपए का नकद पुरस्कार भी दिया जाएगा। वहीं सीजीकॉस्ट इंजीनियरिंग सहित अन्य संकायों के शोधार्थियों को देश के टॉप लैबोरेटरी से जुडऩे में मदद करेगा।

युवाओं के लिए सुनहरा अवसर
सीएसवीटीयू कुलपति डॉ. एमके वर्मा ने कहा कि विवि को आठ साल बाद फिर से यंग साइंटिस्ट कराने का मौका मिला है। शोध के माध्यम से नए आइडिया वाले युवाओं के लिए यह सुनहरा अवसर है। यंग साइंटिस्ट का खिताब पाने वाले प्रति शोधार्थी को इनसेंटिव भी दिया जाना है। सीजीकॉस्ट शोधार्थियों को स्पॉन्सर भी करेगी।
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