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जिस स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय बनाने की घोषणा किए थे CM, उस पर तंबू देख BCCI ने छीन ली मेजबानी

locationदुर्गPublished: Nov 15, 2017 11:00:51 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

एक पखवाड़े में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दो बार शहर आए। दोनों ही बार शहर के ऐतिहासिक रविशंकर स्टेडियम में ही कार्यक्रम के लिए तंबू ताने गए।

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दुर्ग. एक पखवाड़े में मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह दो बार शहर आए। दोनों ही बार शहर के ऐतिहासिक रविशंकर स्टेडियम में ही कार्यक्रम के लिए तंबू ताने गए। छलनी-छलनी हो गए ग्राउंड की हालत देख, बीसीसीआई ने अंडर-१९ क्रिकेट मैच की मेजबानी छीन ली। अब यह मैच बीएसपी के ग्राउंड में खेले जा रहे हैं।
जब मुख्यमंत्री बोले थे अंतरराष्ट्रीय बनाएंगे स्टेडियम को
29 अक्टूबर को विश्व कीर्तिमान रचने सुआ नृत्य का आयोजन रविशंकर स्टेडियम में हुआ। सुआ महोत्सव में स्टेडियम के अंदर-बाहर विशाल पांडल बनाए गए थे। इसके अलावा स्टेडियम के चारों ओर बांस-बल्लियां का जाल बिछाया था। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव सरोज पांडेय ने स्टेडियम की दुर्दशा पर उनका ध्यान आकृष्ट कराया था। इस पर उन्होंने स्टेडियम को अंतरराष्ट्रीय स्तर के मानक के अनुरूप संवारने की घोषणा की थी।
बीसीसीआई के आब्जर्वर ने किया खारिज
बीसीसीआई ने अंडर 19 के दिल्ली और छत्तीसगढ़ के बीच मैच की स्वीकृति रविशंकर स्टेडियम को दी थी। इस पर सुआ महोत्सव के बाद ३ नबंवर को बीसीसीआई के आब्जर्वर जीएस मूर्ति ने स्टेडियम का मुआयना करने पहुंचे, लेकन उन्होंने स्टेडियम की हालत देखने के सुधार की शर्त पर भी मैच कराने से इनकार कर दिया।
आगामी समय में इन मैचों की मेजबानी पर भी खतरा
बीसीसीआई ने छत्तीसगढ़ क्रिकेट एसोसिएशन के माध्यम से अंडर 19 के स्टेट की टीम तैयार करने मैचों को भी मंजूरी दी है। इसमें बिलासपुर व दुर्ग, राजनांदगांव व रायपुर और दंतेवाड़ा व रायगढ़ के बीच इंटर डिस्टिक मैच के लिएभी मंजूरी दी है। यह मैच महीनेभर में कराए जाएंगे। जिला क्रिकेट एसोसिएशन के पदाधिकारियों की मानें तो मैदान के खराब हालत के चलते इस मैच पर भी खतरा है।
1979 में पहला मैच खेला गया
रविशंकर स्टेडियम का अपना इतिहास रहा है। यहां क्रिकेट के सुपर स्टारों ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराई है। १९७९ में पहला मैच खेलने कपिल देव , अशोक मल्होत्रा व मदनलाल आए थे। सुनील गावस्कर , सचिन तेंडुलकर, वीरेन्द्र सहवाग, गौतम गंभीर , मनोज प्रभाकर, जवागल श्रीनाथ, गौतम गंभीर, वेंकटपति राजू सहित दो दर्जन अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी खेल चुके हैं। 1993 में खेला गया रेलवे व मप्र के बीच पहला रणजी मैच।
स्टेडियम में अब तक ७ ऑल इंडिया टूर्नामेंट खेल जा चुके हैं जिसमें ओएनजीसी, सेट्रल रेलवे, नार्दन रेलवे, इंडियन एयर लाइंस, इंडियन आइल, राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन, ओडिसा क्रिकेट एसोसिएशन, नागपुर रेलवे, बिहार क्रिकेट एसोसिएसन की टीमें भाग ले चुकी हैं। उपाध्यक्ष जिला क्रिकेट एसोसिएशन दुर्ग नवाब सिद्दीकी ने बताया कि स्टेडियम में दिल्ली और छत्तीसगढ़ के बीच अंडर 19 का मैच कराया जाना था। बीसीसीआई की सहमति भी मिल गईथी, लेकिन पिच और आउट फील्ड बार-बार खोदे जाने के कारण खराब होने से आब्जर्वर ने मैच कराने से इनकार कर दिया।
सीधी बात- कैलाश वर्मा, एसडीएम व सचिव क्रीडांगन समिति
Q आयोजनों के कारण स्टेडियम खेल के लायक नहीं रहा, बीसीसीआई ने मैच की मेजबानी छिन ली।
स्टेडियम में खेल के आयोजनों को प्राथमिकता मिलना चाहिए, लेकिन जिसकी आप बात कर रहे हैं, उसकी मुझे जानकारी नहीं है।
Q लेकिन बार-बार दूसरे आयोजनों के कारण स्टेडियम खराब हो रहा है।
स्टेडियम स्थिति अभी ठीक नहीं है, यह सहीं है। योजना पर काम चल रहा है।
Q यही स्थिति रही तो आगे भी मैच नहीं मिलेंगे, जबकि स्टेडियम में रणजी के भी मैच हो चुके हैं।
स्टेडियम को प्रस्तावित काम जल्द पूरे कराने का प्रयास किए जा रहे हैं। पुराने दिनों की तरह यहां बड़े आयोजन भी हो सकेंगे।
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