रेलवे ने इस पत्र को गंभीरता से लिया है। किसी तरह की अनहोनी को रोकने के लिए अलर्ट किया है। इसके लिए डायरेक्टर जनरल इंस्पेक्टर (आरपीएफ) सुमति सांडिल्य ने देश के सभी रेलवे जीएम को पत्र जारी कर दिशा निर्देश जारी किया है। पत्र मिलते ही दुर्ग रेलवे स्टेशन की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। इस स्टेशन से गुजरने वाली सभी ट्रेनों की विशेष जांच की जा रही है। सुबह 11 बजे से पहले डॉंग और बम स्कवाड ने कुम्हारी स्टेशन से जांच शुरू की और दोपहर 3.50 बजे दुर्ग स्टेशन पहुंचने के 6 फ्लेटफार्म के अलावा माल धक्का और पार्सल गोदाम की जांच की। लगभग 5 घंटे से भी अधिक समय तक चली जांच में हालांकि किसी तरह का संदिग्ध सामान नहीं मिला है।
दुर्ग, रोहतक जंक्शन, रेवाड़ी, हिसार, कुरुक्षेत्र, मुंबई सिटी, बंगलुरू, चेन्नई, जयपुर, भोपाल, कोटा, इटारसी रेलवे स्टेशनों में आतंकी हमले की धमकी मिलने के बाद हाई अलर्टजारी किया गया है। राजस्थान, गुजरात, तमिलनाडु, एमपी, यूपी व हरियाणा सहित छह राज्यों के मंदिरों को निशाना बनाने का जिक्रहोने पर स्थानीय पुलिस को विशेष सुरक्षा और एहतियात बरतने का आदेश जारी किया गया है।
रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि जैश-ए- मोहम्मद के नाम से पत्र एरिया कंमाडर ने लिखा है। हालांकि आंतकी संगठन में इस तरह का पद का उल्लेख नहीं होता, लेकिन जो पत्र मिला है वह जम्मू से पोस्ट किया गया है। इसी वजह से मिनस्ट्रिी ऑफ रेलवे ने इसे गंभीरता से लिया और अलर्ट जारी किया है। पत्र में कितनी सच्चाई है या फिर पत्र किसी तरह की शरारत के लिए लिखा गया है इसकी उच्च स्तरीय जांच की जा रही है। पत्र में दर्जन भर छोटे व बड़े स्टेशनों के अलवा बड़े शहरों के मंदिरों को 8 अक्टूबर को उड़ाने की धमकी से इसे गंभीरता से लिया गया है। उल्लेखनीय है कि इस तरह की धमकी भरे पत्र मिलने के बाद देश की उच्च स्तरीय सुरक्षा एजेंसी कई बार आंतकी हमले का विफल करने में कामयाब रही है।
रेलवे स्टेशन में पूरे दिन चली जांच में यात्रियों को सावधान किया जा रहा है। इस दौरान स्टेशन में गाडिय़ों के पहुंचने और छुटने के समय की जानकारी देने के साथ ही इस बात की जानकारी दी जा रही है कि यात्री किसी भी संदिग्ध सामान को हाथ न लगाएं। साथ ही अगर किसी तरह का संदेह होता है तो यात्री टोल फ्री नंबर 182 में इस आशय की सूचना अवश्य दें।
डायरेक्टर जनरल इंस्पेक्टर (आरपीएफ) के पत्र आते ही सोमवार दोपहर 1 बजे आइजी हिंमाशु गुप्ता ने आरपीएफ व स्थानीय पुलिस क ी संयुक्त बैठक ली। बैठक में एहतियात बरतने और संयुक्त रुप से जांच करने के आदेश दिए। इसके लिए एक अलग से स्कवाड बनाया गया है। जिसमें मानिटरिंग की जिम्मेदारी मोहन नगर टीआई राजेश बागड़े को दी गई है। आईजी के निर्देश के बाद चौकसी और बढ़ाई गई है। प्रभारी आरपीएफ दुर्ग पुरुषोत्तम तिवारी ने बताया कि रेलवे से पत्र मिलते ही अलग चरणों में जांच की जा रही है। स्टेशन में अलर्ट जारी किया गया है। इस संबंध में आईजी दुर्ग(पुलिस) ने बैठक भी ली। आवश्यक दिशा निर्देश दिए हैं जिसके मुताबिक सघन जांच की जा रही है।
1. दुर्ग जक्शन से हर रोज लगभग 45 यात्री ट्रेनें गुजरती हैं। इसमें एक्सप्रेस और लोकल शामिल है। सभी ट्रेनों के स्टेशन में पहुंचते ही आरपीएफ व जीआरपी के अधिकारी कर्मचारी जांच करेंगे। संदिग्ध सामान मिलने पर तत्काल उसे ट्रेन और प्लेटफार्म से अलग खुले स्थान में एहतियात के साथ रखा जाएगा।
2. प्लेट फार्म में आए यात्रियों के सामानों की जांच की जाएगी। इसके लिए अधिकारी कर्मचारी का रोटेशन में ड्यूटी लगाई गई है। इस दौरान विशेष परिस्थिति के अलावा किसी तरह की अवकाश अधिकारी कर्मचारी को नहीं दी जाएगी।
3. 24 घंटे सीसी टीवी पर नजर रखी जाएगी। फुटेज का अध्ययन अनुभवी अधिकारी करेंगे।