नगर निगम दुर्ग के फिल्टर प्लांट में गुरुवार को अचानक क्लोरीन गैस के रिसाव से हड़कंप मच गया। गैस की चपेट में आने वाले लोगों की संख्या दो से बढ़कर आठ पहुंच गई है। फिल्टर प्लांट के दो कर्मियों के अलावा पास ही प्रधानमंत्री आवास योजना के संयुक्त संचालक कार्यालय में काम कर रहे ६ कर्मचारी गैस की चपेट में आ गए। जिन्हें उपचार के लिए जिला चिकत्सालय में भर्ती कराया गया है। इधर फिल्टर प्लांट में गैस के रिसाव पर काबू पा लिया गया है, लेकिन प्लांट के अंदर किसी भी कर्मी को जाने की अनुमति नहीं दी गई। सेफ्टी टीम फिलहाल जांच कर रही है।
24 एमएलडी फिल्टर में प्लांट में क्लोरीन गैस के रिसाव की सूचना मिलते ही प्रशासन का पूरा अमला घटना स्थल पहुंच गया। कलेक्टर उमेश अग्रवाल ने बताया कि गैस प्रभावितों में दो की हालत थोड़ी खराब है। वहीं छह लोगों की स्थिति सामान्य है। गैस लीकेज की जांच कराई जाएगी। लापरवाही बरतने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। अन्य फिल्टर प्लांट और गैस वाल्व वाले स्थानों की एतिहात के तौर पर जांच कराई जाएगी।
24 एमएलडी फिल्टर दुर्ग में 900 किलो लीटर क्षमता वाली क्लोरीन गैस के सिलेंडर में सुबह से गैस लीकेज हो रहा था। शुरूआत में कर्मियों ने इसे हल्के में लिया। बाद में गैस का रिसाव ज्यादा होने पर मौके पर एनडीआरएफ, बीएसपी दमकल विभाग के कर्मियों को बुलाना पड़ा। जिसके बाद गैस पर काबू पाया गया। निगमकर्मी पलटन और धन्नू सबसे पहले गैस की चपेट में आए। पलटन को बेहोशी की हालत में प्लांट से बाहर निकाला गया। वहीं धन्नू के नाक से खून बह रहा था।