सुप्रीम कोर्ट की दखल के बाद विवि (CSVTU) को संबद्धता जारी करने की मियाद बढ़ाकर 10 जून की गई। पीपीएचटी की काउंसलिंग में पहले चरण की डीवीसी पूरी होने के ठीक पहले ही जजमेंट और संबद्धता मिली है। तकनीकी शिक्षा निदेशालय की ओर से इन्हें काउंसलिंग में जोड़ दिया जाएगा।
एआइसीटीई के पोर्टल में आई दिक्कत की वजह से रायपुर के एक निजी इंजीनियरिंग कॉलेज का इनटेक शून्य हुआ। वेबसाइट पर भी जीरो इनटेक व परिषद ने विवि को मिलने वाले डाटा में भी कॉलेज शून्य ही रहा, जबकि कॉलेज द्वारा सभी औपचारिकताएं पूरी की गई थीं। बाद में संस्था की ओर से एआईसीटीई को इसकी जानकारी दी गई। तब दोबारा से इनटेक बहाल किया गया।
परिषद के निर्णय के बाद विवि की अपात बैठक ने भी कॉलेज को संबद्धता जारी कर दी। कुलसचिव सीएसवीटीयू (CSVTU) डॉ. केके वर्मा ने बताया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के तहत फार्मेसी कॉलेजों को संबद्धता जारी की गई है। विवि ने इसके लिए कार्यपरिषद की अपात बैठक बुलाई थी।