scriptधान खरीदी: किसानों को पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने दिया धोखा, समितियों ने ऋण पुस्तिका जमा कर दिया मैनुअली टोकन | Farmers did not get token on first day of paddy purchase | Patrika News

धान खरीदी: किसानों को पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने दिया धोखा, समितियों ने ऋण पुस्तिका जमा कर दिया मैनुअली टोकन

locationदुर्गPublished: Nov 29, 2020 11:30:43 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए टोकन वितरण के पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने खासा परेशान किया। टोकन के लिए केंद्रों में सुबह से ही किसानों की कतार लग गई, लेकिन सॉफ्टवेयर ओपन ही नहीं हुआ।

धान खरीदी: किसानों को पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने दिया धोखा, समितियों में ऋण पुस्तिका जमा कर दिया मैनुअली टोकन

धान खरीदी: किसानों को पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने दिया धोखा, समितियों में ऋण पुस्तिका जमा कर दिया मैनुअली टोकन

दुर्ग. समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए टोकन वितरण के पहले ही दिन सॉफ्टवेयर ने खासा परेशान किया। टोकन के लिए केंद्रों में सुबह से ही किसानों की कतार लग गई, लेकिन सॉफ्टवेयर ओपन ही नहीं हुआ। इसके चलते कई समितियों को किसानों की ऋण पुस्तिका जमा लेकर मैनुअली टोकन जारी करना पड़ा। वहीं करीब आधे केंद्रों में टोकन के लिए ऋण पुस्तिका जमा करवाकर रख लिया गया है। इन केंद्रों में रविवार अथवा सोमवार को टोकन वितरण शुरू किया जाएगा।
समर्थन मूल्य पर किसानों से धान खरीदी एक दिसंबर से शुरू होगी। इसके लिए शुक्रवार से टोकन वितरण शुरू किया गया है। शुक्रवार को आधे दिन के बाद टोकन का ऑप्शन शुरू होने और समितियों के अधिकारियों व कर्मचारियों का ट्रेनिंग होने के कारण गिनती के केंद्रों में ही टोकन वितरण शुरू हो पाया था। लिहाजा शनिवार को टोकन मिलने की उम्मीद में सुबह से ही बड़ी संख्या में किसान खरीदी केंद्र पहुंच गए थे, लेकिन शनिवार को सॉफ्टवेयर के कारण टोकन वितरण सुचारू रूप से नहीं किया जा सका। शनिवार को सॉफ्टवेयर में परेशानी के कारण अधिकतर केंद्रों में मैनुअली टोकन बांटा गया। वहीं कई केंद्रों में अगले दिनों के लिए टोकन वितरण टाल दिया।
सॉफ्टवेयर में इसलिए परेशानी
सामान्य स्थिति में खरीदी केंद्रों में शनिवार व रविवार को अवकाश होता है। इसलिए शनिवार व रविवार को टोकन वितरण नहीं किया जाता। मौजूदा सॉफ्टवेयर में भी शनिवार व रविवार को टोकन वितरण का ऑप्शन नहीं दिया गया था, इसलिए सॉफ्टवेयर में ऑनलाइन टोकन का ऑप्शन ही नहीं आ रहा था। इसका खुलासा होने पर समितियों ने अफसरों को बताया तब आधे दिन के बाद इसमें सुधार किया गया।उसके टोकन का ऑप्शन खुला और वितरण शुरू किया गया।
पहले मैनुअली बाद में सॉफ्टवेयर में एंट्री
ननक_ी खरीदी केंद्र में सुबह ऑनलाइन टोकन का ऑप्शन नहीं खुलने पर किसानों की ऋण पुस्तिका जमा कर मैनुअली टोकन दिया गया। यहां चार गांव के करीब 50 किसानों को टोकन दिया गया। शाम 4 बजे सॉफ्टवेयर में ऑप्शन शुरू होने पर मेनुअली टोकन को एंट्री कर ऑनलाइन किया गया।
ऋण पुस्तिका लेकर टोकन की बुकिंग
जिले के करीब आधे केंद्रों में सॉफ्टवेयर में ऑप्शन शुरू नहीं होने पर समितियों में ऋण पुस्तिका जमा कर टोकन बुक करने का विकल्प बनाया गया। यहां किसानों से ऋण पुस्तिका जमा लेकर टोकन का क्रम तय कर दिया गया है। इन केंद्रों में रविवार अथवा सोमवार को ऑनलाइन टोकन वितरण शुरू किया जाएगा। पाटन के सेलूद व फेकारी में सोमवार से टोकन बांटा जाएगा।
केंद्रों में भीड़, उड़ी डिस्टेंसिंग की धज्जियां
टोकन लेने के लिए शनिवार को केंद्रों में किसानों की खासी भीड़ उमड़ी। दुर्ग के थनौद व कुथरेल खरीदी केंद्र में सैकड़ों की संख्या में किसान पहुंचे। इसके कारण अधिकतर केंद्रों में सोशल डिस्टेसिंग की जमकर धज्जियां भी उड़ी। भीड़ ज्यादा होने के कारण अधिकतर किसानों को बिना टोकन के ही लौटना पड़ा।
ऑनलाइन टोकन नहीं दिया
रविप्रकाश ताम्रकार बैंक प्रतिनिधि, सहकारी समिति ननक_ी ने बताया कि ऑप्शन नहीं खुलने के कारण किसानों को सुबह ऑनलाइन टोकन नहीं दिया जा सका, इसलिए किसानों को मैनुअली टोकन दिया गया है। दोपहर बाद सॉफ्टवेयर में ऑप्शन शुरू हुआ। इसके बाद टोकन वितरण शुरू किया गया। विनायक ताम्रकार महामंत्री भाजपा किसान मोर्चा किसानों को टोकन के नाम पर खतरे में डाला जा रहा है। किसानों को खरीदी केंद्रों में बुलाकर टोकन के बजाए, पंजीयन के आधार पर टोकन जारी कर मोबाइल से सूचित किया जाना चाहिए। इससे किसान केंद्र के चक्कर लगाने के साथ कोरोना से भी बचेंगे। ह्रदेश शर्मा नोडल अधिकारी जिला सहकारी केंद्रीय बैंक ने बताया कि टोकन वितरण का ऑप्शन शुरू हो गया है। कई केंद्रों में वितरण शुरू हो गया है। समितियों में तौल क्षमता के अनुसार टोकन बांटने कहा गया है। धान खरीदी की सभी तैयारी पूरी कर ली गई है।
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