दुर्ग

खाद की कालाबाजारी और बिजली कटौती से परेशान किसानों ने बोला हल्ला, भाजपा किसान मोर्चा ने बरसते पानी में दिया धरना

BJP Kisan Morcha Protest: मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता राकेश पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सदैव किसानों के हित के लिए काम करती है।

दुर्गSep 15, 2021 / 01:23 pm

Dakshi Sahu

खाद की कालाबाजारी और बिजली कटौती से परेशान किसानों ने बोला हल्ला, भाजपा किसान मोर्चा ने बरसते पानी में दिया धरना

भिलाई. यूरिया खाद की कालाबाजारी और बेतहाशा बिजली कटौती के खिलाफ भाजपा किसान मोर्चा ने मंगलवार को जमकर हल्ला बोला। पावर हाउस चौक पर बरसते पानी में किसान राज्य सरकार पर जमकर बरसे। धरना प्रदर्शन कार्यक्रम में बड़ी संख्या किसान और भाजपा के कार्यकर्ता शामिल हुए। मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित प्रदेश के वरिष्ठ भाजपा नेता राकेश पांडेय ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सदैव किसानों के हित के लिए काम करती है।
मौजूदा राज्य सरकार है किसान विरोधी
भाजपा किसान मोर्चा का उद्देश्य समृद्ध राष्ट्र, खुशहाल किसान बनाना है। विगत ढाई वर्षों से राज्य सरकार की कथित अकर्मण्यता के कारण प्रदेश के किसानों को बिजली से लेकर खाद-बीज तक की व धान खरीदी के समय बारदाना के विकट परिस्थितियों से जूझना पड़ा है। पूर्व विधायक सांवलाराम डाहरे ने कहा कि सरप्लस बिजली वाले राज्य छत्तीसगढ़ में लगातार अघोषित बिजली कटौती चल रही है और राज्य सरकार ने अब तो बिजली की दर में भी बढ़ोतरी कर दी है। यह बढ़ोतरी दु:खद और चिंताजनक है। भाजपा किसान मोर्चा के जिलाध्यक्ष निश्चय वाजपेयी ने राज्य सरकार को किसान विरोधी रवैये के खिलाफ चेतावनी देते हुए 6 बिंदुओं की मांग रखी। कार्यक्रम में भाजपा के प्रदेश व जिला पदाधिकारियों में जिलाध्यक्ष वीरेन्द्र साहू, मूलचंद शर्मा, खिलावन साहू, पुरषोत्तम देवांगन, टीपी सिंह, भूषण अग्रवाल, द्वारिका चंद्रवंशी, समद कुरैशी, एवं मंडल अध्यक्षों में रंजीत सिंह, अनिल सोनी, संजय शर्मा, राजीव पांडेय, दिलीप पटेल, रामबृज वर्मा, सहित भाजपा और किसान मोर्चा के कार्यकर्ता व किसान बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
किसान मोर्चा की छह सूत्री मांग
1. प्रदेश के अल्प बारिश वाले विकासखंडों को जल्द सूखाग्रस्त घोषित करें।
2. कांग्रेस सरकार अपने घोषणा पत्र अनुरूप किसानों को उनके 2 साल का बकाया बोनस प्रदाय करे।
3. अघोषित बिजली कटौती पूर्णता बंद हो और बढ़ी हुई बिजली दर कम की जाए।
4. स्थायी पम्प कनेक्शन के लिए किसानों को तत्काल अनुमति प्रदान करें।
5. सोसाइटियों में खाद की नियमित आवक बनी रहे। खाद की कालाबाजारी पर अंकुश लगे।
6. 1 नवम्बर से धान खरीदी प्रारंभ करें। बारदाने की उचित व्यवस्था खरीदी के पूर्व सुनिश्चित करें।

Home / Durg / खाद की कालाबाजारी और बिजली कटौती से परेशान किसानों ने बोला हल्ला, भाजपा किसान मोर्चा ने बरसते पानी में दिया धरना

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.