इन गांवों को मिलेगा फायदा
चंदखुरी, कोलिहापुरी, पीसेगांव, कोनारी, भरदा, अछोटी, चिंगरी, विनायकपुर, भानपुरी, कुथरेल, अंडा, हनोदा, कोडिय़ा, कोकड़ी, धनोरा, खम्हरिया, जंजगिरी, मतवारी, पाउवारा, रिसामा, उमरपोटी, पुरई।
इस तरह बनेगा सिस्टम
कोनारी भरदा एनीकट के पास इंटकवेल बनाया जाएगा। यहां से पाइप लाइन के माध्यम से चंदखुरी पहुंचाया जाएगा। चंदखुरी में फिल्टर प्लांट और मास्टर बैलेंसिंग रिजरवायर बनेगा। यहां से गांवों में पानी सप्लाई के लिए अलग-अलग पाइप लाइन बिछाई जाएगी।
3 माह में काम शुरू करने का लक्ष्य
22 गांवों के ग्रुप वाटर सप्लाई सिस्टम के लिए सर्वे कर जमीन चिन्हांकित कर लिया गया है। डीपीआर का काम अंतिम चरण में हैं। इसके बाद टेंडर की प्रक्रिया पूरी कर 3 माह के भीतर काम शुरू करा लेने का लक्ष्य तय किया गया है। सप्लाई सिस्टम 2 साल में बनकर तैयार होगा।
51 लाख लीटर पानी होगा हर दिन सप्लाई
सिस्टम तैयार हो जाने के बाद हर दिन 51 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जाएगा। इससे इन गांवों के 61 हजार 68 लोगों को फायदा होगा। हर गांव में पानी पहुंचाने के साथ पाइप लाइन बिछाकर घर-घर पानी सप्लाई किया जाएगा।
20 साल तक की जरूरत होगी पूरी
ग्रुप वाटर सप्लाई सिस्टम उक्त गांवों में आगामी 20 साल यानि 2039 तक की जरूरत को ध्यान में रखकर तैयार किया जा रहा है। अनुमान है कि तब इन गांवों की आबादी 94 हजार से ज्यादा हो जाएगी। अफसरों की मानें तो इस आबादी के लिए सिस्टम से पर्याप्त पानी सप्लाई होगा।
चल रहा डीपीआर का काम
प्रोजेक्ट को लीड कर रहे पीएचई के ईई समीर शर्मा ने बताया कि सर्वे का काम पूरा कर लिया गया है। डीपीआर का काम अंतिम चरण में है। इसके तत्काल बाद काम शुरू कर दिया जाएगा। संबंधित गांवों के सरपंचों और सचिवों से बैठक कर सहमति ले ली गई है। प्रोजेक्ट बेहद उपयोगी साबित होगा और इससे बड़ी आबादी को फायदा मिलेगा।