जिला पंचायत के सीईओ एस आलोक ने बताया कि गौठान में गोबर बेचने वाले पशुपालकों से उनके बैंकों के खाते नंबर लिए गए हैं। सीधे इन खातों में उनके गोबर की राशि ट्रांसफर कर दी जाएगी। गोबर की राशि पशुपालक अपनी मर्जी से निकाल सकेंगे।
जिला पंचायत सीईओ एस आलोक ने बताया कि जिले में गोबर बेचने वाले किसानों की जानकारी के साथ बैंक खातों का मिलान कर लिया गया है। इसके साथ ही भुगतान के लिए राशि भी आ गई है। मुख्यमंत्री द्वारा बटन दबाए जाने से साथ ही यह राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर हो जाएगा और इसके साथ ही भुगतान शुरू कर दिया जाएगा।