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यात्रीगण ध्यान दें, जल्द ही 160 की हाईस्पीड से दौड़ेगी ट्रेन, सफर होगा तूफानी

locationदुर्गPublished: Oct 08, 2018 11:10:12 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

रायपुर-बिलासपुर रूट पर और दुर्ग से आगे राजनादगांव तक की सीमा का निर्धारिण किया गया है। सेकेण्ड फेस के लिए करीब 80 किलोमीटर का प्रस्ताव भेजा गया था।

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यात्रीगण ध्यान दें, जल्द ही 160 की हाईस्पीड से दौड़ेगी ट्रेन, सफर होगा तूफानी

दुर्ग . दुर्ग-भिलाई से नागपुर और बिलासपुर तक 160 किलोमीटर की तूफानी रफ्तार से सफर करना एक अलग ही अनुभव होगा। यह संभव होने वाला है क्योंकि रेलवे ने हाइस्पीड ट्रेन दौड़ाने के लिए ट्रैक के दोनों ओर बेरिकेटिंग का काम शुरू कर दिया है। रेलवे के प्रथम चरण का यह काम पूरा हो गया है और दूसरे चरण के काम के लिए रेलवे बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है।
बिलासपुर से नागपुर तक यह काम चरणबद्ध किया जाएगा। रेलवे के बिलासपुर जोन कार्यालय ने बैरिकेटिंग के पहला चरण का काम पूरा होने के पहले ही दूसरे चरण का काम शुरू करने के लिए रेलवे बोडऱ् को प्रस्ताव भेज दिया था। रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि दूसरे चरण के काम के लिए प्रस्ताव को रेलवे बोर्ड ने मंजूर कर लिया है।
दूसरे चरण में खर्च किए जाएंगे 76 करोड़
ट्रैक पर बैरिकेटिंग करने के लिए दूसरे चरण में 76 करोड़ रुपए खर्च किया जाएगा। इस राशि से रायपुर-बिलासपुर रूट पर और दुर्ग से आगे राजनादगांव तक की सीमा का निर्धारिण किया गया है। सेकेण्ड फेस के लिए करीब 80 किलोमीटर का प्रस्ताव भेजा गया था।
17 किलोमीट का काम पूरा
पहले चरण में रायपुर से भिलाई के बीच 17 किलोमीटर की बैरिकेटिंग हो चुकी है। अब इसके आगे राजनांदगांव की ओर80 किलोमीटर में बैरिकेटिंग की जाएगी। दूसरे चरण के काम के लिए जल्द टेंडर जारी किया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि यह काम रेलवे की प्राथमिकता में है। हालांकि यह बड़ा काम है पर इस काम को समय पर पूरा कर लिया जाएगा।
इसलिए आवश्यक है ट्रैक की बोरिकेटिंग
हाइस्पीड ट्रेन चलाने के लिए ट्रैक को सुरक्षित करना आवश्यक है,ताकि किसी तरह का हादसा न हो। कोई वाहन भी पार नहीं करेगा। हाइस्पीड ट्रेन तूफानी रफ्तार से दौड़ेगी। आमतौर पर मवेशी ट्रैक पर आ जाते हैं। रेलवे फाटक पर ट्रेन के गुजरने के समय लोग करीब खड़े हो जाते हैं।
रेलवे फाटक पर बनाए जा रहे ब्रिज
रेलवे शहरी क्षेत्र के रेलवे फाटक को बंद कर रहा है। लोगों की सुविधा के लिए अंडर ब्रिज व ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। भिलाई-दुर्ग में मुबई -हावड़ा रूट पर नेहरू नगर चौक पर अंडरब्रिज व ओवरब्रिज का निर्माण किया जा रहा है। यह लगभग दो माह में पूरा हो जाएगा।
यहां भी बनेगा अंडरब्रिज
सुपेला रेलवे फाटक पर अंडरब्रिज निर्माण के लिए सर्वे किया जा चुका है। दुर्ग में रायपुर नाका और धमधा नाका रेलवे फाटक में अंडरब्रिज निर्माण की मंजूरी मिल चुकी है। इसके आगे उरला और बघेरा रेलवे फाटक पर भी अंडरब्रिज बनाया जाएगा। इसके लिए भी रेलवे प्रस्ताव बना रहा है।
कुछ स्थानों पर लगाए जाएंगे लोहे की जाली
रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि कुछ स्थानों पर सीमेंट पोल की मदद से लोहे की जाली लगाए जाएगी। वहीं कुछ स्थानों पर लोहे के एंगल लगाकर बेरीकेटिंग किया जाएगा। यह भी सुरक्षा का एक हिस्सा है। बैरिकेट की उंचाई पांच फीट है। इससे सामान्य तौर पर कोई कूद कर ट्रैक पर नहीं जा सकेगा।
रायपुर मंडल में बिछ चुकी है तीसरी लाइन
मुबंई-हावड़ा रुट पर अभी 110 एक्सप्रेस ट्रेन व लोकल गाडिय़ा चल रही हैं। ट्रैफिक को कम करने के लिए तीसरी रेल लाइन बिछाने का कार्य रायपुर मंडल में पूरा हो चुका है। नागपुर मंडल में कार्य चल रहा है। अधिकारियों के अनुसार नागपुर तक तीसरी लाइन बिछाने में काम भी तेजी लाई गई है।
इस रूट पर 110 कीमी की रफ्तार से दौड़ रही ट्रेन
मुंबई-हावड़ा पर अभी 110 किलोमीटर प्रति घंटे की गति से ट्रेन चल रही है। हाइस्पीड ट्रेन की रफ्तार 160 किलोमीटर प्रतिघंटा होगी। हाइस्पीड ट्रेन से यात्रियों को गंतव्य तक पहुंचने में कम समय लगेगा। अधिकारियों को कहना है कि ट्रैफिक को कंट्रोल करने के उद्देश्य से ट्रैक पर हाइस्पीड ट्रेन दौड़ाने की योजना पर काम शुरू किया गया है।
पीआरओ तनमय मुखोपध्याय ने बताया कि पहले चरण का कार्य लगभग पूर्ण हो चुका है। जल्द ही बेरीकेटिंग का भौतिक सत्यापन किया जाएगा। इसके लिए अलग से टीम का गठन किया जाएगा। सेकेण्ड फे स के लिए कार्य योजना तैयार कर मंजूरी के लए रेलवे बोर्ड पहले ही भेज दिया गया था।

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