बोरी पुलिस ने अकलहिन बाई के खंडहर से 21 सिंतबर 2006 को नवजात का शव बरामद किया था। नवजात साड़ी में लिपटा हुआ था। पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज रायपुर भेजा। शव पुराना था इसलिए यह प्रमाणित नहीं हुआ कि नवजात को मृत अथवा जिंदा हालत में फेंका गया था। बाद में पुलिस ने इस प्रकरण में ग्रामीणों की मदद ली और आरोपी रतन ठाकुर को गिरफ्तार किया। शव रतन ठाकुर ने ही खंडहर में फेंका था। नवजात को जन्म देने वाली को भी गिरफ्तार कर प्रकरण को न्यायालय में प्रस्तु किया था।
जांच में नाबालिग से अवैध संबंध का खुलासा
पुलिस की जांच में खुलासा हुआ कि रतन ठाकुर का एक नाबालिग से अवैध संबंध था। नाबालिग गर्भवती हो गई थी। प्रसव के दौरान रतन ठाकुर वहां मौजूद था। प्रसव के बाद लोक लॉज के भय से पैदा हुए मृत नवजात को खंडहर में फेंक दिया।
10 में से 5 गवाह मुकर गई
अतरिक्त लोक अभियोजक फरिहा अमीन ने बताया कि इस प्रकरण में 10 गवाहों की गवाही हुई। मुख्य गवाह कोटवार समेत 5 गवाह होस्टाइल हो गए थे। हमने न्यायालय को बताया कि पुलिस ने नाबालिग को भी आरोपी बनाया है। नवजात फेंकना प्रमाणित है। इसे न्यायालय ने सही माना और फैसला सुनाया।