नागपुर रेल मंडल ने परमालकसा से दुर्ग रेलवे स्टेशन तक मालगाड़ी को 2 जुलाई को चलाया था। दोपहर 12 बजकर 20 मिनट पर मालगाड़ी निकली और 45 मिनट में दोपहर 3 बजकर 5 मिनट में दुर्ग पहुंची। उसके बाद रैक दुर्ग से बिलासपुर और फिर बिलासपुर से कोरबा भेजी गई।
सुपर एनाकोंडा तीन लोडेड मालगाडिय़ों को जोड़कर बनाई गई थी। सुपर एनाकोंडा की कैटेगरी में दो ट्रेनें थीं। यह ट्रेन 30 जून को रायपुर डिवीजन के भिलाई से साउथ ईस्टर्न रेलवे तक चली थी और इसमें 151 वेगन थे। 1.9 किलोमीटर लंबाई थी। यह बिलासपुर डिवीजन के लचकुरा से चक्रधरपुर डिवीजन के राउरकेला तक भी चली थी।