scriptतीसरे अटेम्ट में गेट के ऑल इंडिया टॉपर बने छत्तीसगढ़ के कल्पित, जानिए कितना मुश्किल रहा तीन साल ड्रॉप लेकर घर पर बैठना | Kalpit Aggarwal of Chhattisgarh tops All India in GATE exam 2020 | Patrika News

तीसरे अटेम्ट में गेट के ऑल इंडिया टॉपर बने छत्तीसगढ़ के कल्पित, जानिए कितना मुश्किल रहा तीन साल ड्रॉप लेकर घर पर बैठना

locationदुर्गPublished: Mar 14, 2020 01:17:02 pm

Submitted by:

Dakshi Sahu

इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली (IIT Delhi) ने गेट परीक्षा का रिजल्ट जारी किया। गेट (GATE Result 2020)के इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच में रायपुर के कल्पित अग्रवाल देशभर में अव्वल रहे।

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तीसरे अटेम्ट में गेट के ऑल इंडिया टॉपर बने छत्तीसगढ़ के कल्पित, जानिए कितना मुश्किल रहा तीन साल ड्रॉप लेकर घर पर बैठना

Gदुर्ग. कहते हैं दृढ़ संकल्प और मेहनत के आगे सब हार जाते है। इसे साबित किया है दुर्ग बीआईटी (BIT Durg) के पूर्व छात्र कल्पित अग्रवाल ने इस साल गेट की परीक्षा में देशभर में टॉप करके। उनकी जिद थी नंबर वन आने की। नंबर वन से नीचे कुछ भी मंजूर नहीं था। इसलिए तीसरी बार एग्जाम दिया। गेट के नतीजे ने रायपुर ही नहीं पूरे छत्तीसगढ़ को सुर्खियों में ला दिया है। देशभर में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में पहली रैंक हासिल करने वाले कल्पित कहते हैं कि हार न मानना मेरे एटीट्यूड में शामिल है। जब वर्ष 2018 में एआईआर 1582 आया था तभी मैंने तय कर लिया था कि अब मुझे टॉपर बनना है। दूसरा अटेम्ट दिया 2019 में जिसमें बढ़कर 982 तक पहुंचा। उस वक्त मुझे कोई न कोई अच्छी आईआईटी मिल सकती थी, लेकिन लक्ष्य से भटकना मैंने सीखा ही नहीं, यह सीख मुझे पिताजी से मिली थी। आज गेट एग्जाम में ऑल इंडिया टॉपर बनकर मैं बेहद खुश हूं कि मनचाहे आईआईटी में दाखिला ले सकता हूं। (GATE 2020 Topper)
तीसरे अटेम्ट में गेट के ऑल इंडिया टॉपर बने छत्तीसगढ़ के कल्पित, जानिए कितना मुश्किल रहा तीन साल ड्रॉप लेकर घर पर बैठना
तीन साल से कर रहे थे गेट की तैयारी
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी दिल्ली ने गेट परीक्षा का रिजल्ट शुक्रवार शाम जारी किया। गेट के इलेक्ट्रानिक्स ब्रांच में रायपुर के कल्पित अग्रवाल देशभर में अव्वल रहे। कल्पित का गेट स्कोर 997 है, जबकि उसे 100 में 82 माक्र्स मिले है। बीआईटी दुर्ग के 2018 बैच के कल्पित ने इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में अपनी इंजीनियरिंग पूरी की और वे पिछले तीन साल से गेट की तैयारी कर रहे थे।
अंकित ने बताया कि उसे मुंबई या चेन्नई आईआईटी में दाखिला चाहिए था और वहां तक पहुंचने गेट का स्कोर काफी हाई होना चाहिए। इसलिए उसने इस साल ड्रॉप लेकर तैयारी की। कल्पित ने 2016 में स्मृति नगर स्थित गेट एकेडमी से कोचिंग लेकर दो साल सेल्फ स्टडी के जरिए इस मुकाम को हासिल किया। कल्पित के पिता प्रमोद अग्रवाल बीएसएनएल से सेवानिृवत्त हो चुके हैं, जबकि बहन नीलम भी पुणे से एमटेक कर रही हैं।
बढ़ाया शहर का भी मान
गेट एकेडमी के संचालक उमेश धांडे ने बताया कि कल्पित ने न सिर्फ छत्तीसगढ़ का मान बढ़ाया बल्कि भिलाई के एजुकेशन को भी बेहतर साबित किया। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा फरवरी के 1, 2, 8 और 9 तारीख को हुई थी। जिसके बाद उम्मीदवारों को फाइनल आंसर की पर आपत्ति उठाने के लिए 21 फरवरी तक का समय दिया गया था।
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