scriptमंहगाई की मार, रसोई गैस से बिगड़ा घर का बजट, चार माह में 184 रुपए की बढ़ोतरी | LPG Cylinder prize increase in CG | Patrika News

मंहगाई की मार, रसोई गैस से बिगड़ा घर का बजट, चार माह में 184 रुपए की बढ़ोतरी

locationदुर्गPublished: Oct 03, 2018 10:17:05 am

Submitted by:

Dakshi Sahu

सितंबर में रसोई गैस के दाम बढ़ कर 895 रुपए हो गया था। अब बढ़कर 954 रुपए तक पहुंच गई है। अधिकारी अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी व रुपए की कीमत में गिरावट को इसका कारण बता रहे हैं।

patrika

मंहगाई की मार, रसोई गैस से बिगड़ा घर का बजट, चार माह में 184 रुपए की बढ़ोतरी

दुर्ग. त्योहार के सीजन में रसोई गैस की लगातर बढ़ रही कीमत ने गृहणियों की चिंता बढ़ा दी है। कामकाजी लोग पेट्रोल-डीजल के दाम बढऩे से परेशान हैं तो गृहणियां रसोई गैस के दाम बढऩे से। क्योंकि रसोई गैस की कीमत लगातार बढ़ती ही जा रही है।
दाम बढऩे का क्रम पांच माह जारी है। सितंबर में रसोई गैस के दाम बढ़ कर 895 रुपए हो गया था। अब बढ़कर 954 रुपए तक पहुंच गई है। अधिकारी अंतरराष्ट्रीय बाजार में पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में बढ़ोतरी व रुपए की कीमत में गिरावट को इसका कारण बता रहे हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार का देते हैं हवाला
केंद्र सरकार ने सब्सिडी घाटे को कम करने के लिए पेट्रोलियम कंपनियों को अंतरराष्ट्रीय बाजार की कीमतों के आधार पर रसोई गैस की कीमतों को रिवाइज करने का अधिकार दिया है। इसी प्रावधान के तहत पेट्रोलियम कंपनियां बाजार की समीक्षा कर गैस सिलेंडर की कीमत तय करती है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतों पर बढ़ोतरी व रुपए की कीमत गिरने से घाटे का हवाला देकर कंपनियां 5 माह से गैस की कीमते बढ़ा रहा हैं।
पेट्रोल-डीजल में भी हर दिन बढ़ोतरी
रसोई गैस के साथ पेट्रोल व डीजल की कीमत में भी हर दिन बढ़ोतरी हो रही है। सितंबर की ही बात करंे तो 22 तारीख को छोड़कर लगभग पूरे महीने कीमत में बढ़ोतरी हुइ है।
सितंबर की शुरुआत में पेट्रोल की कीम 81.43 रुपए प्रति लीटर थी वह अब बढ़कर 84.34 रुपए हो गया है। कीमत करीब 3 रुपए बढ़ गई। यही स्थिति डीजल की भी है। सितंबर की शुरूआत में डीजल 78 .96 रुपए था यह अब 8 1.40 रुपए हो गया है।
पूरे साल में गैस की कीमत में एकमुश्त 59 रुपए की यह सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। साल की शुरूआत में सिलेंडर 806 रुपए में मिल रही थी। मार्च में घटाकर 757 रुपए किया गया। अप्रेल में फिर 36 रुपए घटाकर कीमत 720 रुपए किया गया।
यह कीमत मई तक स्थिर रही। जून में एकमुश्त 50 रुपए बढ़ाकर कीमत 770 और भी जुलाई में 58 रुपए बढ़ाकर 829 रुपए किया अगस्त में भी 35 रुपए कीमत बढ़ाई गई। अब एकमुश्त 59 रुपए बढ़ाई गई है।
सब्सिडी छोडऩे वाले दे रहे दोगुना कीमत
गरीब परिवारों को राहत दिलाने के नाम पर सामान्य हितग्राहियों से सब्सिडी सरेंडर कराया गया है। लगातार कीमतों में बढ़ोतरी से सब्सिडी छोडऩे वालों को करीब दोगुने कीमत पर सिलेंडर खरीदना पड़ रहा है। सब्सिडी के साथ 495 रुपए में मिलने वाले सिलेंडर के लिए इन उपभोक्ताओं को 954 रुपए अदा करना पड़ रहा है। संचालक प्रगति गैस एजेंसी संजय शर्मा ने बताया कि रसोई गैस की कीमत लगातार बढ़ रही है।
बाजार के रूख से अभी उपभोक्ताओं को राहत की उम्मीद कम है। आगे और भी कीमत बढऩे की संभावना है। सहायक खाद्य अधिकारी एसी मिश्रा ने बताया कि गैस की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार के आधार पर केंद्र स्तर पर रिवाइज की जाती है। कीमत का स्थानीय स्तर पर कोर्इ संंबंध नहीं है। कीमत में बढ़ोतरी से आम लोगों को परेशानी स्वाभाविक है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो