सिंह ने बताया कि येे माओवादी संगठन में जातिगत उपेक्षा, पक्षपात और हमेशा शक की नजर से देखने से पूरी तरह टूट चुके हैं। वह आत्मसर्मपण करना चाहते हैं। सिंह का अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक पद पर प्रमोशन हो चुका है।
रविवार को अपना कार्यभार सौंपकर पुलिस मुख्यालय रायपुर जाने से पहले वे ३२ बंगला स्थित कार्यालय में पत्रकारों से चर्चा कर रहे थे। सिंह ने बताया कि पुलिस की लगातार व सख्त कार्रवाई से माओवादियों के हौसले पस्त हो गए हैं। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ के उच्च अधिकारियों के साथ माओवाद उन्मूलन अभियान के तहत छह अंतराज्यीय समन्वय बैठकें की।
रणनीति के तहत बड़ी योजनाओं को अंजाम दिया। उन्होंने बताया कि माओवादी, अपने आपको आदिवासियों का हितैषी बताते है, लेकिन इसका उलटा है। वे अक्सर मुठभेड़ में खुद तो सुरक्षित ठिकानों में दुबक जाते हैं और आदिवासियों को सामने कर देते हैं। आइजी ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले पहाड़ सिंह ने भी यह खुलासा किया था।
माओवादियों के खिलाफ चलाया सफाई अभियान
सिंह के नेतृत्व मेें राजनांदगांव व कबीरधाम जिले में माओवादियों के खिलाफ सफाया अभियान चलाया। इस दौरान हुए मुठभेड़ में 10 माओवादी मारे गए। इनमें ग्राम सिंगबोरा के जंगल में माओवादी गुंडाधुर उर्फ राजू, ग्राम लक्षणाटोला में विनोद उर्फ देवेंद्र कुरेटी, सागर हेमला उर्फ पायकू, ग्राम कौरूवा में राजू मरावी उर्फ अक्षय, ग्राम खुर्सीपार खुर्द में बंदिया डोगरी आजाद उर्फ गोपाल, रूपलाल, राजकुमार, ग्राम कोंडाल पहाड़ी में जरीना पोटाई, ग्राम घुमाछार में सुनील उर्फ मंगू और धनडबरा भोरमदेव में एक अज्ञात महिला माओवादी मार गिराया गया।
आईजी दुर्ग रेंज जीपी सिंह ने बताया कि पुलिस की लगातार सक्रियता से माओवादियों के हौसले पस्त हो गए हैं। भोले-भाले आदिवासी भी अब माओवादियों के इरादे को समझने लगे हैं। माओवादियों की सेंट्रल कमेटी की दूसरी पंक्ति के 20 माओवादियों की सूची है, जो आत्मसमर्पण करना चाहते हैं। पुलिस ने सबसे पहले माओवादी के बड़े लीडर कुमार साय उर्फ राम मोहम्द सिंह उर्फ पहाड़ सिंह को आत्मसमर्पण करने मजबूर किया।
इसके बाद राजनांदगांव मोहला में बड़े माओवादी अर्बन नेटवर्क के नेशनल कोऑर्डिनेटर नक्का वेंकेट राव को गिरफ्तार किया। नक्का सेंट्रल कमेटियों से ही बात करता था। कंपनी नम्बर 4 एक्शन टीम के सदस्य चंदू हिचामे को भी पुलिस न पकड़ा। इसके अलावा माओवादियों के सहयोगी खैरागढ़ से अश्वनी वर्मा, बकरकट्टा उत्तम उर्फ बोधी राम गोड़, गातानाका छुईखदान से प्रहलाद कवर, बजरंगडीह से आत्माराम निषाद, जंगलटोला के शिवराज मंडावी, दूकलाल, धर्मेन्द्र, और बाडसुर टोप्पो को गिरफ्तार किया गया।