इधर स्क्रीनिंग कमेटी की मौजूदगी के कारण कांग्रेस भवन का नजारा अलग ही रहा। सामान्य तौर पर बैठकों में अकेले पहुंचने वाले नेता भी समर्थकों का हुजूम लेकर पहुंचे। पहले से चेतावनी के कारण कांग्रेस भवन में शक्ति प्रदर्शन अथवा नारेबाजी जैसी स्थिति नहीं बनी,लेकिन नेता ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को कमेटी के सामने भेजकर दावेदारी पुख्ता कराने की कोशिश करते रहे।
स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा कार्यकर्ताओं से रायशुमारी के दौरान भी नेता सक्रिया रहे। कक्ष के बाहर कतारबद्ध कार्यकर्ताओं से मिलकर दावेदार चुनाव प्रचार की तर्ज पर स्क्रीनिंग कमेटी के सामने अपने लिए सिफारिश करने की मनुहार करते रहे। इस उपक्रम में तमाम नेता पूरे समय हॉल में ही डटे रहे। इसी के चलते उपजी अव्यवस्था को लेकर विवाद की स्थिति बनी।
कमेटी के मेंबरों ने दोपहर ढाई बजे तक कार्यकर्ताओं से रायशुमारी की। इसके बाद कांग्रेस भवन में नेताओं व कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। इसमें स्क्रीनिंग कमेटी मेंबर चौधरी ने नेताओं को टिकट चयन में पूरी पादर्शिता का भरोसा दिलाया। प्रदेश के प्रभारी सचिव यादव ने एकजुटता के साथ चुनाव की तैयारी में जुट जाने की समझाइश दी।
दुर्ग जिसा कांग्रेस कमेटी ग्रामीण के अध्यक्ष तुलसी साहू ने कहा कि इसमें विवाद जैसी कोई बात नहीं थी। हॉल में जगह कम पड़ रही थी, इसलिए पहले मुलाकात कर चुके कार्यकर्ताओं को बाहर जाने के लिए कहा गया था। संभवत:नीता लोधी ने कुछ और समझ लिया था। कांग्रेस का हर नेता व कार्यकर्ता एकजुट है।