खंडवर्षा के कारण नहीं बन रही धार
खंडवर्षा के कारण नदी व नालों में इस बार पानी का ठीक से बहाव नहीं बन पाया है। इस कारण जलाशयों में भी पानी पहुंचने की स्थिति नहीं बन रही है। अधिकारियों की मानें तो जलाशयों के कैचमेंट में इस बार मूसलाधार बारिश अथवा झड़ी की स्थिति ही नहीं बनी है। हालांकि यहां भी पिछले सप्ताहभर में सुधार हुई है।
30 फीसदी जलभराव जरूरी
जिले के खेतों में सिंचाई के लिए पानी देने वाले तांदुला जलाशय में इस समय महज 27 फीसदी पानी है। शासन के नियमानुसार निस्तारी व पेयजल के लिए कम से कम 30 फीसदी पानी बचाकर रखना जरूरी है। इस लिहाज से देखे तो जलाशयों की स्थिति ठीक नहीं है। खरखरा में इससे केवल 2 फीसदी ज्यादा पानी है।
रोपा-बियासी के लिए अच्छी बारिश की दरकार
जिले में 2 हजार 775 हेक्टेयर में रोपाई पद्यति से खेती की तैयारी है। किसानों ने इसके लिए नर्सरी भी लगा रखा है, लेकिन जिनके पास खुद के संसाधन है उनको छोड़कर पानी की कमी के कारण कोई भी किसान रोपाई का काम शुरू नहीं कर पाए हैं। रोपाई के लिए अभी भी अच्छी बारिश की दरकार है। शुरूआती बोनी वाले खेतों में सप्ताहभर बाद बियासी के लिए पानी की जरूरत होगी।