पुलिस का कहना है कि सिर में भारी चीज से वार कर हत्या (Murder) की गई है। हत्या के समय संघर्ष भी हुआ है। इस वजह से मृतक के दोनो आंखों के ऊपर भी चोटें आई है। हत्या के बाद शव को टिकाने लगाने के उद्देश्य से कमर में नायलोन रस्सी बांधा गया और फिर वजनदार पत्थर बांधकर शव को नदीं में महमरा एनीकट में फेंका गया है।
शव शिनाख्त नहीं होने के कारण उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है। चिन्हित स्थान पर शव को दफनाया गया है। साथ ही पहने हुए कपड़े व अन्य सामानों को सुरक्षित अंजोरा चौकी में रखा गया है। मृतक के हाथ में ब्रेसलेट है। वहीं उसके हाथो में गोदना से गंगा लिखा और स्टार चिन्ह बना हुआ है। (crime)
सब इंस्पेक्टर राजेश मिश्रा के मुताबिक शव 23 मई को दोपहर 12.30 बजे मिला था। महमरा के कोटवार नोहर लाल की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंचे और महमरा एनीकट से शव को बाहर निकाला। शव प्रकाश मुनि साहेब के फ्लैक्स नुमा बेनर में लपेटा गया था। पुलिस अब तक इस नतीजे पर नहीं पहुंची है कि शव अन्य जगह से नदी के प्रवाह में बहकर आया है या फिर उसी स्थान पर साक्ष्य छिपाने फेका गया है।
पुलिश ने शव का पोस्टमार्टम रायपुर मेडिकल कॉलेज से कराया। दरअसल शव खराब हो चुका था। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टर ने खुलासा किया है कि मृत्य की वजह सिर पर गंभीर चोट आने से हुई है। मृत्यु हत्यात्मक है।
घटना के बीस दिन बाद भी मृतक की पहंचान नहीं हो पाई। मृतक इसी शहर का है या फिर पड़ोसी शहर या गांव का है । इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस का कहना है कि मृतक की पहंचान होने से ही वे आरोपी तक पहुंच पाएगें।