महिलाओं को रोजगार देने में थे अव्वल
फरवरी में जिला महिलाओं के लिए रोजगार देने में प्रदेश में अव्वल था। जिले में मनरेगा के तहत 1 लाख 1 हजार 855 पंजीकृत परिवारों में 83 हजार 389 महिलाओं को कार्य दिया गया था। इस समय योजना के तहत 29 लाख 34 हजार 626 मानव दिवस अर्जित किया गया था। जिसमें अकेले महिलाओं द्वारा 19 लाख 34 हजार 712 मानव दिवस अर्जित किया था। यह पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा था।
अब केवल 13 हजार को रोजगार
कर्मियों के हड़ताल के कारण मनरेगा का कार्य बुरी तरह प्रभावित है। अब प्रशासन द्वारा पंचायत के कर्मियों की मदद से काम शुरू कराया जा रहा है। हालांकि इसमें काफी कुछ सफलता मिल रही है, लेकिन पूर्व के श्रमिकों की संख्या के लिहाज से संतोषजनक नहीं कहा जा सकता। जिला पंचायत से मिली जानकारी के मुताबिक फिलहाल जिले में 92 गांवों में13 हजार 403 श्रमिकों को रोजगार मिल रहा था।
महीनेभर से हड़ताल पर कर्मी
मनरेगा के कार्यालयीन कामकाज संभालने वाले प्रदेश के 14 हजार से ज्यादा कर्मचारी इन दिनों हड़ताल पर चल रहे हैं। कर्मियों के हड़ताल को एक महीना होने को है। कर्मचारी नियमितिकरण की मांग कर रहे हैं। इनमें कार्यालय में काम करने वालों के साथ पंचायतों के कर्मी व मेट भी शामिल हैं। कर्मियों ने मांग पूरी हुए बिना आंदोलन से पीछे नहीं हटने का ऐलान कर रखा है।