1.शहर का व्यवस्थित विकास। एरिया वाइस प्लान नहीं होने के कारण किसी भी क्षेत्र का ठीक से विकास नहीं हो रहा। आउटर इलाके के लोगों को जरूरी सुविधाएं नहीं मिल रही। नए मार्केट व आवासीय एवं व्यवसायिक कॉम्पलेक्स का निर्माण जरूरी है। पटरीपार क्षेत्र में विकास की गति बढ़ाने की जरूरत है।
2.शहर के बाजार एरिया पूरी तरह अव्यवस्थित। बाजारों में पैदल चलने लायक भी जगह नहीं। पुराने बाजार इलाकों में दबाव कम करने नए बाजार क्षेत्र व बड़े व्यापारिक कॉम्पलेक्सों का निर्माण। 3.42 एमएलडी फिल्टर प्लांट के बाद भी शहर के अधिकतर इलाकों में जल संकट। आउटर इलाकों में अभी भी पाइप लाइन नहीं बिछाई जा सकी है। आने वाले 50 साल का प्ला।तैयार कर व्यवस्था।
4. अवैध कब्जों के कारण शहर की 80 फीट की सड़के 30 से 40 फीट में सिमट गई है। इससे अव्यवस्था से साथ यातायात भी बाधित होता है। अतिक्रमण को हटाकर सुव्यवस्थित बसाहट। 5. पटरी बार इलाके में अभी भी सुविधाओं की कमी। यहां संचालित जिला आयुर्वेदिक अस्पताल सुविधाओं के अभाव में अनुपयोगी हो गया है। डॉक्टरों के साथ जरूरी सुविधाएं जुटाकर जरूरतमंदों को लाभ।
6. शहर की अधिकतर सड़कें क्वालिटी खराब होने के कारण गड्ढों में तब्दील हो गई है। हर साल सड़कों की मरम्मत के बाद उखडऩे की शिकायत। सड़कों पर क्वालिटीयुक्त डामरीकरण। 7. नगर निगम में हर साल टैक्स में बढ़ोतरी हो रही है। इसकी तुलना में सुविधाओं में विस्तार नहीं हो रहा। नगर निगम में जन सुविधा को प्राथमिकता में रखकर कार्यों की स्वीकृति।
8. शिवनाथ में गंदे नालों का पानी पहुंच रहा है। इसे रोककर शिवनाथ को प्रदूषण से बचाने की दरकार है। अन्य शहरों की तर्जपर गंदे पानी की ट्रीटमेंट की व्यवस्था व शहर में साफ पानी की सप्लाई।