किसी में शिव की मूरत तो किसी मे कान्हा की झलक है।कलाकारों ने घरों में विराजित की जाने वाली छोटी प्रतिमाओं को आकर्षित ढंग से अलग अलग रुप में ढाला है।
किसी में शिव की मूरत तो किसी मे कान्हा की झलक है।कलाकारों ने घरों में विराजित की जाने वाली छोटी प्रतिमाओं को आकर्षित ढंग से अलग अलग रुप में ढाला है।
गुरुवार को सुबह से देर रात तक श्रद्धालु प्रतिमा लेने मूर्तिकारों व शहर में लगी दुकानों मे पहुचते रहे।
गणेश चतुर्थी मे बच्चों मे उत्साह नज़र आया घर के लिए प्रतिमा देखती बच्ची.
देर रात तक श्रद्धालु प्रतिमा लेने मूर्तिकारों व शहर में लगी दुकानों मे पहुचते रहे।
रात तक घरों व पंडालों में विधि विधान के साथ प्रतिमा स्थापित की गई।