पुलगांव टीआई उत्तम वर्मा ने बताया कि पुलगांव बस्ती निवासी 10 वीं का छात्र दानेश्वर साहू (14 वर्ष) रविवार को घर से निकला और रात करीब 7.30 बजे तक घर नहीं लौटा। तब परिजन उसकी खोजबीन करने लगे। पूरी बस्ती और उसके दोस्तों से पूछताछ की, लेकिन वह नहीं मिला। सोमवार को सुबह फिर खोजबीन शुरू की। करीब 11 बजे दानेश्वर के घर के सामने शासकीय प्राथमिक स्कूल की दूसरी मंजिल पर उसकी लाश मिली। इस घटना से बस्ती में हड़कंप मच गया।
पुलिस ने देखा कि शासकीय प्राथमिक शाला के प्रथम तल तक ही सीढ़ी बनी हुई है। दूसरे माले की छत पर जाने के लिए सीढ़ी नहीं है। तब बच्चा ऊपर कैसे गया। फॉरेसिंक एक्सपर्ट ने बताया कि हत्या रस्सी से गला घोटकर की गई है। गले में निशान मिले हैं।
सीएसपी शुक्ला के नेतृत्व में टीआई उत्तम वर्मा ने जांच शुरु की। चौंकाने वाली बात यह है कि मौके पर कोई सीढ़ी भी नहीं मिली। पुलिस ने इस एंगल पर ही जांच शुरु किया कि संदेही वही हो सकते है जो रोज उस छत पर चढ़ते होंगे। पुलिस रोज छत पर चढऩे वालों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। हत्या के इस मामले से पर्दा उठा दिया।
दानेश्वर अपने परिवार में इकलौता पुत्र था। पिता मजदूरी करते हैं। दानेश्वर उसी स्कूल का 10 वीं कक्षा का छात्र था। कोरोना काल में छुट्टी की वजह से अपने पापा से परमिशन लेकर साइकिल से पेपर बांटने का काम करने लगा था। बस्ती के लोगों ने बताया कि कोरोना की वजह से बच्चों की छुट्टियां लगी हुई है। इस कारण स्कूल नशेडिय़ों का अड्डा बन चुका है। नशेड़ी जंगला और छज्जा पकड़कर दूसरे माले पर चढ़ जाते हैं। ऊपर ही नशा, जुआ, शराबखोरी करते हैं। लोगों ने पुलगांव थाने में कई बार शिकायत भी की पर पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।
पुलिस का शक दानेश्वर के साथियों की तरफ शुरू से था। पुलिस यह कयास लगा रही है कि दानेश्वर भी छत पर चढ़ जाता होगा। साथियों के साथ छत पर गया होगा। जहां उनके बीच किसी बात को लेकर विवाद हुआ। रस्सीनुमा किसी चीज से उसका गला घोंटा गया है। पुलिस ने जब दानेश्वर और उसकी बहन के दोस्तों से पूछताछ की तो हत्या का राज सामने आ गया।