एफएआइआर दर्ज किया
शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज किया था। नंदकुमार बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के पिता हैं। सिटी कोतवाली पुलिस ने निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए धारा 125, 127 (क) के तहत एफआइआर दर्ज किया है।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने एफआइआर दर्ज किया था। नंदकुमार बघेल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष भूपेश बघेल के पिता हैं। सिटी कोतवाली पुलिस ने निर्वाचन प्रक्रिया को प्रभावित करने के लिए धारा 125, 127 (क) के तहत एफआइआर दर्ज किया है।
इस मामले में शिकायत दर्ज करने वाले का बयान लेने के बाद फाइल को बंद कर रखा गया था। चार साल बाद पुलिस ने सोमवार को आनन फानन में चालान को अभियोजन स्वीकृति कराने के बाद सीजेएम स्मिता रत्नावत के न्यायालय में प्रस्तुत किया।
गिरफ्तारी नहीं की
इस मामले में पुलिस ने नंदकुमार को मुख्य आरोपी और चित्रलेखा देवांगन को सह आरोपी बनाया है। दोनों की पुलिस ने गिरफ्तारी किए बिना ही अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। पुलिस का कहना है कि ऐसे प्रकरण जिसमें सजा का प्रवधान 7 साल से कम है। उसमें पुलिस प्रवधान के तहत बिना गिरफ्तारी के तहत अभियोग पत्र प्रस्तुत कर सकती है।
इस मामले में पुलिस ने नंदकुमार को मुख्य आरोपी और चित्रलेखा देवांगन को सह आरोपी बनाया है। दोनों की पुलिस ने गिरफ्तारी किए बिना ही अभियोग पत्र न्यायालय में प्रस्तुत किया। पुलिस का कहना है कि ऐसे प्रकरण जिसमें सजा का प्रवधान 7 साल से कम है। उसमें पुलिस प्रवधान के तहत बिना गिरफ्तारी के तहत अभियोग पत्र प्रस्तुत कर सकती है।
यह है मामला
2014 के लोकसभा चुनाव में दोनों आरोपियों ने स्थानीय मतदाताओं से जाति को आधार बनाकर सांसद का चुनाव करने की अपील जारी की थी। जातिगत अधार पर हैंडबिल छपाया गया था। जिसे अखबारों के हाकर के माध्यम से घरों तक पहुंचाया गया था।
2014 के लोकसभा चुनाव में दोनों आरोपियों ने स्थानीय मतदाताओं से जाति को आधार बनाकर सांसद का चुनाव करने की अपील जारी की थी। जातिगत अधार पर हैंडबिल छपाया गया था। जिसे अखबारों के हाकर के माध्यम से घरों तक पहुंचाया गया था।
टीआई सिटी कोतवाली दुर्ग सुरेश कुमार ने बताया कि मामले में एफआइआर दर्ज था। पेङ्क्षडग प्रकरणों का निराकरण किया जा रहा है। इसी के तहत इस प्रकरण की जांच पूरी कर न्यायालय में अभियोग पत्र प्रस्तुत किया गया है।
तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी से की थी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन मीडिया प्रभारी राजेन्द्र पाध्ये व सुरेन्द्र कौशिक ने हैंडबिल को आधार बनाकर तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी ब्रजेश चंद्र मिश्रा से शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रकरण में पुलिस को एफआइआर दर्जन के निर्देश दिए थे।
भारतीय जनता पार्टी के तत्कालीन मीडिया प्रभारी राजेन्द्र पाध्ये व सुरेन्द्र कौशिक ने हैंडबिल को आधार बनाकर तत्कालीन जिला निर्वाचन अधिकारी ब्रजेश चंद्र मिश्रा से शिकायत की थी। शिकायत के आधार पर ही जिला निर्वाचन अधिकारी ने प्रकरण में पुलिस को एफआइआर दर्जन के निर्देश दिए थे।