जिला प्रशासन की ओर से यहां रविशंकर स्टेडियम में नगर निगम क्षेत्र में करीब 81 करोड़ के निर्माण कार्यों के लोकार्पण व भूमिपूजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसके लिए सीएम के दोपहर 3 बजे पहुंचने का ऐलान किया गया था। इसी के तहत कार्यकर्ताओं और समर्थकों का दोपहर 12 बजे से ही पहुंचना शुरू हो गया था। बड़ी संख्या में लोग ग्रामीण क्षेत्र से वाहनों में लाए गए थे। कार्यकर्ता शाम 5 बजे तक पंडाल पर डटे रहे, लेकिन सवा 5 बजे तक लगभग आधे से ज्यादा पंडाल खाली हो गया। सभा को सीएम भूपेश बघेल के अलावा मंत्री ताम्रध्वज साहू व विधायक अरुण वोरा ने संबोधित किया।
सीएम बघेल ने सभा में संबोधन की शुरूआत राहुल गांधी के न्याय के अवधारणा से की। उन्होंने कहा कि नौ महीने के कार्यकाल में हर वर्ग के लिए लाभकारी योजना शुरू की। सबको राहत पहुंचाई। आबेंडकर के सिद्धांतों पर अमल कर आरक्षण लागू किया। सबके लिएभोजन की व्यवस्था की। सार्वभौम पीडीएस के माध्यम से कोटवार से लेकर कलक्टर तक और आम आदमी से लेकर मुख्यमंत्री तक सबके लिए राशन की व्यवस्था की गई।
सीएम ने गौठान योजना का जिक्र करते हुए बताया कि जल्द ही यह राजस्थान में भी लागू होने वाला है। इसकी जिस तरह से देश के साथ विदेशों में चर्चा हो रही है, इससे वह दिन दूर नहीं जब देश का हर मुख्यमंत्री इस योजना को लागू करेगा। उन्होंने कहा कि नरवा-गरवा-घुरवा-बारी से गांव स्वावलंबी बनेंगे और इससे हिंदुस्तान का नक्शा बदल जाएगा।
सरकार को लेकर विरोधी दल के नेताओं की टिप्पणी का जिक्र करते हुए सीएम ने बायोडीजल को लेकर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि हर योजना सफल हो यह जरूरी नहीं। पूर्व सरकार ने बायोडीजल को लेकर बड़े दावे किए थे। इसका फायदा तो नहीं हुआ, उल्टा छोटे बच्चे इसके शिकार हुए। उन्होंने कहा कि योजनाओं की सफलता के लिए जनता का जुड़ाव आवश्यक है।
सीएम की सभा में समर्थकों से ज्यादा नगरीय निकाय चुनाव में टिकट के दावेदार नजर आए। इसके चलते पंडाल तो खाली रहा लेकिन मंच के आसपास भीड़ की स्थिति रही। इनके लिए मंच के समीप सीएम से मिलने के लिए व्यवस्था की गई थी, लेकिन आपाधापी के चलते अधिकतर दावेदार सीएम तक नहीं पहुंच पाए। पंचायतों के चुनाव के दावेदार भी इसी तरह सक्रिय नजर आए।
सीएम की सभा के व्यवस्था की जिम्मेदारी स्थानीय कांग्रेस नेताओं को दी गई थी। सीएम के पहुंचने से पहले कोई भी दिग्गज नेता सभा स्थल पर नजर नहीं आया। विधायक अरुण वोरा समर्थकों व पार्षदों के साथ सीएम के पहुंचने के ठीक पहले ही सभा स्थल पर आए। इसके चलते हालात यह रहा कि सीएम के पहुंचने से पहले उनके लोकेशन तक की उद्घोषणा नहीं हो पाई।
कार्यक्रम में कथित उपेक्षा को लेकर महापौर चंद्रिका चंद्राकर की नाराजगी भी सामने आई। महापौर सीएम के स्वागत तक मंच पर बैठी रही, लेकिन इसके बाद वे सीएम को ज्ञापन सौंपकर मंच से उतर आईं। उनका आरोप था कि शहर का प्रथम नागरिक होने के नाते सीएम के स्वागत और उद्बोधन के लिए उन्हें बुलाया जाना था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
0 मोर मकान मोर चिन्हारी के तहत सरस्वती नगर में 30.57 करोड़ से 638 आवास।
0 अमृत मिशन के तहत 4 नई टंकिया, लागत 4.23 करोड़। आउटर इलाकों में पानी सप्लाई के लिए।
0 पुलगांव नाला डायवर्सन 2.34 करोड़। शिवनाथ को गंदे पानी से मिलेगी मुक्ति।
0 वार्डों में 9.49 करोड़ के 131 निर्माण व विकास कार्य।
0 सांसद व विधायक निधि से स्वीकृत 5.71 करोड़ के 83 कार्य।
सीएम की सभा में शिवनाथ नदी में प्रदूषण और रविशंकर स्टेडियम की दूर्दशा पर भी नेताओं की चिंता सामने आई। विधायक अरुण वोरा ने इन दोनों मामलों पर सीएम का ध्यान आकृष्ट कराते हुए शिवनाथ में वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और पुलगांव नाला के डायवर्सन के लिए 5 करोड़ और स्टेडियम की मरम्मत के लिए 5 करोड़ की डिमांड की। ज्ञात हो कि शिवनाथ के प्रदूषण और रविशंकर स्टेडियम की दूर्दशा पर पत्रिका लगातार समाचार प्रकाशित कर अफसरों व नेताओं का ध्यान आकृष्ट कराता रहा है।