पुलिस के मुताबिक आनंद साहू रात 10 बजे ड्यूटी पहुंचा था। उसकी नाइट शिफ्ट थी। काम के दौरान रात लगभग १.३० बजे लेडल आनंद के सिर पर लगा। लेडल के लगते ही वह जमीन पर औधें मुह गिर गया और उसकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। आसपास काम कर रहे कर्मचारियों की नजर पड़ते ही कंपनी के अधिकारियों को सूचना दी गई। प्राथमिक उपचार का प्रयास किया गया, लेकिन उसकी सांसे थम चुकी थी। इसके बाद घटना की जानकारी अंजोरा पुलिस को दी गई। पुलिस ने सुबह पंचनामा कार्यवाही कर पोस्टमार्टम कराया और शव परिजनों को सौंपा।
घटना की सूचना परिवार वालों को शुक्रवार सुबह दी गई। परिवार वालों का क हना था कि उन्हें विलंब से क्यों सूचना दी गई। इस बात को लेकर मॉरच्युरी में बहस भी हुई। पुलिस के हस्तक्षेप के बाद परिजन जैसे तैसे शांत हुए। कंपनी ने अंतिम संस्कार के लिए ५० हजार और पीडि़त परिवार के आश्रित को ९ लाख मुआवजा देने की घोषणा की। साथ ही प्रावधान के अनुरूप आर्थिक मदद किए जाने का आश्वासन दिया।
जानकारी के मृतक आंनद साहू पचरी पारा में अपने पैतृक आवास में रहता था। वह रोज रायपुर स्टील जाता था। उसके दो बच्चे हैं। आनंद साहू मध्यम वर्गीय परिवार का है। देर शाम उसका अंतिम संस्कार किया गया।
अंजोरा चौकी अंतर्गत ग्राम थनौद निवासी ललित सिन्हा (२६ वर्ष) ने कीट नाशक का सेवन कर मौत को गले लगा लिया। घटना का खुलासा शुक्रवार सुबह ८ बजे हुआ। ललित ने आत्महत्या से पहले सुसाइडल नोट लिखा है। जिसमें अपनी मर्जी से आत्महत्या करने का उल्लेख किया है। पुलिस के मुताबिक रात लगभग ८ बजे भोजन कर वह टहल रहा था। अनुमान लगाया जा रहा है कि परिवार के सदस्यों के सोने के बाद उसने आत्मघाती कदम उठाया होगा।