इस मामले में सिटी कोतवाली पुलिस ने गंजपारा निवासी रीता जैन (३५) को भी हिरासत में लिया है। बुधवार की शाम उसे महिला थाना ले जाया गया। जहां अचानक तबीयत बिगडऩे पर पुलिस ने उसे सेक्टर ९ भिलाई बीएसपी अस्पातल में उपचार के लिए भर्ती कराया। पुलिस के मुताबिक महिला पुलिस अभिरक्षा में है। उसकी स्थिति में सुधार हुआ है। छुट्टी होने के बाद रीता जैन को न्यायालय में पेश किया जाएगा।
स्वच्छ भारत मिशन के तहत रायपुर नाका निवासी हितग्राही सुशीला अधिकारी (सीएच नंबर 1500050944) के आवास पर बनाए गए शौचालय के एवज में पहले श्री देवगंगा एजुकेशन एण्ड वेलफेयर सोसायटी व बाद में उसी शौचालय को विद्या महिला स्व सहायता समूह द्वारा बनाना बताकर बिल भुगतान कर दिया गया था। मामले के खुलासे के बाद शिकायतों के आधार पर अन्य शौचालयों की भी जांच की गई। इसमें एक के बाद एक आठ शौचालयों में इसी तरह के गड़बड़ी का खुलासा हुआ। जांच में अकेले वार्ड 35 के 5 शौचालयों के लिए अन्नपूर्णा स्व-सहायता समूह को 10 बार, वार्ड 44 के 2 शौचालयों के लिए गीता महिला समूह को 4 बार व वार्ड 47 के एक शौचालय के नाम पहले देवगंगा एजुकेशनल और बाद में विद्या महिला समूह को भुगतान किया जाना पाया गया है।
सुरेश धु्रव, टीआई सिटी कोतवाली ने बताया कि इस मामले में इंजीनियर एके दत्ता की रिपोर्ट पर पुलिस ने विद्या महिला स्व-सहायता समूह की संगीता तांडी, अन्नपूर्णा स्व सहायता समूह की रीता जैन, गीता महिला स्व-सहायता समूह की दुर्गी बाई के खिलाफ धारा 406 , 34 के तहत अपराध पंजीबद्ध किया गया है। दो लोगों को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया है। एक हिरासत में है। अन्य लोगों की गिरफ्तारी शीघ्र की जाएगी।